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इंदौर

डॉक्टर लायसेंस के लिए ऑनलाइन देंगे सर्टिफिकेट

  • 07 Oct 2021

आरटीओं ने मांगे डॉक्टरों के नाम, अस्पताल में जाकर बनवाना होंगे
इंदौर। परिवहन विभाग द्वारा लायसेंस की आॅनलाइन सेवा शुरू की गई है, जिसमें कर्मिशयल वाहन चालकों के लिए लायसेंस रिन्युअल कराने के लिए डॉक्टर के सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है। ऐसे में आरटीओ ने सरकारी डॉक्टरों को पत्र लिखकर इसकी जानकारी मांगी है, जिसमें डॉक्टर पोर्टल पर सीधे तौर पर इसे अपलोड कर सकेंगे।
आरटीओ विभाग द्वारा सीएमएचओ को पत्र लिखकर डॉक्टरों की जानकारी मांगी गई है। परिवहन विभाग में यह नियम है कि जब 40 से अधिक की उम्र के व्यक्ति को अपना लायसेंस बनवाना होता है तो एमबीबीएस डॉक्टर से खुद का फिटनेस सर्टिफिकेट जमा करवाना होता है। यही नियम 40 साल की आयु के बाद सामान्य लाइसेंस रिन्यु करवाने वाले आवेदकों के लिए भी है। डॉक्टर से यह सर्टिफिकेट लेकर अपने आवेदन के साथ देते हैं, जिसे विभाग द्वारा अपलोड किया जाता है। लेकिन अब विभाग इस व्यवस्था को भी आॅनलाइन करने जा रहा है। आरटीओ जितेंद्र रघुवंशी ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत विभाग द्वारा अधिकृत डॉक्टर्स के पास जाकर आवेदक अपनी जांच करवाने के बाद डॉक्टर्स से ही फिटनेस सर्टिफिकेट अपलोड करवा सकेगा। इसके लिए विभाग डॉक्टर्स को लॉगिन आईडी और पासवर्ड भी देगा। सर्टिफिकेट अपलोड करने से पहले डॉक्टर को आवेदक का आवेदन क्रमांक सिस्टम पर डालना होगा। इसके बाद आवेदक के मोबाइल पर आने वाला ओटीपी दर्ज करने के बाद डॉक्टर के सिस्टम पर ही आॅनलाइन फार्म खुल जाएगा, जिसमें फिटनेस से जुड़े सवाल होंगे, जैसे आवेदक दिव्यांग तो नहीं है, सही से देख और सुन पाता है। इस सुविधा के बाद लायसेंस बनवाने में आसानी होगी।
ट्रायल पर बाबूओं का कब्जा
आरटीओ में लर्निग लायसेंस की व्यवस्था तो आॅनलाइन चल रही है, लेकिन लायसेंस बनवाने के लिए ट्रायल को लेकर आरटीओ में आना होता है। यहां 6 बाबू कब्जा जमाकर बैठे हैं, जिसमें बिना ट्रायल के भी 15 सौ रुपए में सीधे काम कराया जा रहा है। इस मामले में कुछ दिन पहले एजेंटों से बाबू का विवाद भी हुआ था। करीब एक सप्ताह पहले ट्रायल के कैमरे बंद होने के चलते बाबूओं ने यहां कई लोगों के फार्म बिना लायसेंस के आगे बढ़ा दिए थे। जबकि कुछ को ट्रायल देने के बाद भी फेल किया गया था।