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इंदौर

डीजल के भाव बढऩे से परेशान बस संचालक

  • 04 Oct 2021

इंदौर। डीजल के भाव में लगातार हो रही वृद्धि से बस संचालक परेशान हैं। पिछली बार जब किराया बढ़ा था, तब से अब तक 18 रुपये भाव बढ़ चुके हैं। अब बस संचालक त्यौहारी सीजन में सवारी में बढऩे की उम्मीद से घाटे से उबरने की उम्मीद कर रहे हैं।
प्राइम रूट बस आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया कि पहले लाकडाउन और अब डीजल की बढ़ती कीमतों ने बस संचालकों की कमर तोड़ कर रख दी है। कोरोना के चलते पहले ही लोग कम सफर कर रहे हैं। इस कारण जो बसें चल रही हैं उनमें यात्रियों की कमी का संकट है। इसके बाद लगातार डीजल के भाव बढ़ रहे हैं। हर दिन हमें डीजल के लिए ज्यादा रुपये निकालने होते हैं, जिससे संचालन खर्च बढ़ता जा रहा है। यही नहीं ड्राइवर और कंडक्टर की सैलरी, टायर का खर्च, मेंटेनेंस, टोल टैक्स, इंश्योरेंस, फिटनेस, परमिट यह वह खर्च है, जो लगातार देना ही है।
इस कारण बस संचालकों का मुनाफा काफी कम हो गया है। वहीं कुछ बस संचालकों ने तो अपनी बसों की संख्या काफी कम कर ली है। वे लोग सालों से चल रहे अपने व्यापार का नाम बनाए रखने के लिए अब बसें चला रहे हैं। बाकी शेष बसों के परमिट को सरेंडर कर चुके हैं। हमने सरकार से अप्रैल, मई और जून तीन माह का टैक्स माफ करने की अपील की थी, लेकिन मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री की मौखिक सहमति के बाद अब तक इस पर निर्णय और अंतिम आदेश नहीं आया है।
इससे बस संचालकों में रोष है, यही नहीं सरकार ने जब बसों का किराया बढ़ाया था। उस समय डीजल के रेट 82 या 83 रुपये थे, लेकिन अब यह रेट 100 तक पहुंच गए हैं। ऐसे हम लोगों के सामने बड़ी मुश्किल आ खड़ी हुई है। हम लगातार सरकार को पत्र लिखकर अपनी समस्या से अवगत करा रहे हैं। लेकिन सरकार हमारी परेशानी को समझ नहीं रही है।