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डेढ़ महीने की बेटी के 36 सरकारी दस्तावेज बनवाए, रिकॉर्ड

  • 27 Jan 2024

 

चार दशक बाद परिवार में हुई बेटी, पिता ने 50 दिन में तैयार कराए डॉक्यूमेंट्स

छिंदवाड़ा । छिंदवाड़ा में आबकारी विभाग में पदस्थ मनीष बंदेवार ने महज 50 दिन के भीतर अपनी बिटिया के 36 सरकारी दस्तावेज बनाकर रिकॉर्ड कायम किया है। मनीष को इस उपलब्धि के चलते वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान मिला है। उन्होंने अपनी बिटिया समृद्धि के 50 दिन में 36 सरकारी दस्तावेज बनाते हुए वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज कराया। ये दूसरा मौका है जब छिंदवाड़ा की कम उम्र की बिटिया के नाम ये खिताब आया है।

छिंदवाड़ा आबकारी विभाग में सहायक ग्रेड-3 के पद पर कार्यरत मनीष बंदेवार के घर डेढ़ महीने पहले बिटिया का जन्म हुआ। परिवार में चार दशक बाद तीन बहन के बीच पहली पुत्री के जन्म की खुशियां पिता ने 36 सरकारी दस्तावेजों को 50 दिन में बनवाकर मनाई। वर्ल्ड में ये पहली उपलब्धि है, जब किसी पिता ने महज 50 दिन ये सभी आवश्यक दस्तावेज इतने कम समय में बनाकर वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज कराया।

मनीष बंदेवार ने बताया कि ऐसा करके मेरा उद्देश्य है कि हमारे समाज में पेरेंट्स अपने पुत्र-पुत्री के सभी दस्तावेजों को बनाने में लापरवाही न बरतें। समय पर सभी दस्तावेजों को बनवाकर अपनी जागरुकता का परिचय दें, ताकि बच्चों को भविष्य में परेशानी का सामना न करना पड़े। मनीष की इस उपलब्धि पर गुरुवार को कलेक्टर मनोज पुष्प ने भी सम्मानित किया।

डेढ़ लाख रुपए खर्च कर 50 दिन में बनाए गए ये 36 दस्तावेज

मनीष बंदेवार बिटिया के जन्म के बाद से अपना 7वर्ष पुराना सपने को साकार करने में जुट गए थे।उनके इस अपने को साकार करने में उनके मित्र मोहित सूर्यवंशी और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने काफी मदद की थी। दरअसल मनीष बंदेवार के यहां 7वर्ष पहले बेटे शिवाय का जन्म हुआ था तब से ही उनके मन में था कि बच्चे का रिकार्ड समय से अधिकांश दस्तावेज बनाकर वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया जाए।लेकिन मेल बेबी की अपेक्षा फीमेल बेबी के योजनाएं ज्यादा होने की वजह से उनके सामने चुनौती थी। इससे पहले छिंदवाड़ा निवासी केसरी सूर्यवंशी ने अपनी बिटिया शरण्या के 72दिनो में 31दस्तावेज तैयार किए थे।तभी से उन्होंने सपना संजों लिया था कि बेटी हुई तो मौजूदा रिकार्ड को ब्रेक कर बिटिया के ज्यादा दस्तावेज बनाऊंगा।