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इंदौर

तर्पण वह चाबी, जिससे खोल सकते हैं पूर्वजों के संस्कारों का खजाना

  • 27 Sep 2021

हंसदास मठ पर चल रहे तर्पण अनुष्ठान में आ रहे सैकड़ों साधक - दिवंगत नेताओं का भी श्राद्ध एवं तर्पण
इंदौर। पूर्वजों, पितरों, और गुरू का कर्ज कोई नहीं चुका सकता लेकिन उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। तर्पण और श्राद्ध अपने पूर्वजों एवं पितरों के प्रति हमारी श्रद्धा और आस्था की अभिव्यक्ति है। श्राद्ध पक्ष में तर्पण की क्रिया एक तरह से पूर्वजों द्वारा सौंपे गए लॉकर की वह चाबी है जिससे हम संस्कारों का खजाना खोल सकते हैं। हमारी नई पीढ़ी को विरासत में संपत्ति के साथ संस्कार भी सौंपना चाहिए।
ये प्रेरक विचार हैं आचार्य पं. पवन तिवारी के, जो उन्होंने बड़ा गणपति , पीलियाखाल स्थित हंसदास मठ पर हंसपीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज एवं सदगुरू श्री अण्णा महाराज के सानिध्य, एवं परशुराम महासभा के पं. पवनदास शर्मा के विशेष आतिथ्य में  श्रद्धा सुमन सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे तर्पण अनुष्ठान में व्यक्त किए। सासंद शंकर लालवानी,  समाजसेवी विष्णु बिंदल, बालकृष्ण छाबछरिया के विशेष आतिथ्य में भगवान हरिविष्णु का पूजन कर आरती की गई। प्रारंभ में आयोजन समिति की ओर से मोहनलाल सोनी, हरि अग्रवाल, राजेंद्र गर्ग, मनोहरलाल वर्मा, डॉ. चेतन सेठिया , अवधूत पुण्डलिक, राजकुमारी मिश्रा, मीना नरेंद्र सोनी आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन हरि अग्रवाल ने किया और आभार माना शंकरलाल वर्मा ने । अनुष्ठान में प्रतिदिन कोरोना त्रासदी में दिवंगतों, देश के स्वतंत्रता सेनानियों, शहीद जवानों, होलकर राज्य के शासकों एवं गौमाता के लिए भी तर्पण किया जा रहा है। तर्पण स्थल पर गौ वंश के लिए चारा तथा साधकों के लिए खीर आदि की व्यवस्था भी की गई है।
दिवंगत भाजपा नेताओं एवं संघ के प्रचारकों का श्राद्ध एवं तर्पण-संस्था ह्यआनंद गोष्ठीह्य की ओर से आज लगातार 10 वें वर्ष में भाजपा नेता गोविंद मालू ने अपने साथियों और कार्यकतार्ओं के साथ भाजपा के दिवंगत नेताओं, पूर्व प्रधानमंत्रियों, पं. नेहरू , लालबहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मोरारजी देसाई, अटल बिहारी वाजपेयी, चैधरी चरण सिंह, चंद्रशेखर तथा पूर्व सरसंघ चालक, देश के विद्वानों, शहीदों एवं कोरोना में दिवंगत हुए आत्मीय जनों के लिए तर्पण श्राद्ध का आयोजन किया।