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इंदौर

तहसील में पदस्थ क्लर्क रिश्वत मांगने के मामले में बर्खास्त

  • 18 Jan 2024

जनसुनवाई में हुई थी शिकायत, वीडियो वायरल होने पर कलेक्टर ने लिया एक्शन
इंदौर। कलेक्टोरेट के तहसील कार्यालय में पदस्थ क्लर्क ने आवेदक से सेवा शुल्क के रुप में पैसे मांगे। रिश्वत मांगने की शिकायत जनसुनवाई में की गई थी। वहीं, सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हुई था। कलेक्टर आशीषसिंह ने इसे गंभीर अपराध मानते हुए क्लर्क रेखा पाटील को सेवा से बर्खास्त कर दिया। कलेक्टोरेट में रोजाना कई लोग समस्याएं लेकर पहुंचते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के टेबल पर नहीं मिलने और समयसीमा में काम नहीं होने से वे मजबूरन दलालों और बाबुओं की मदद लेते हैं। दलाल और बाबू बगैर पैसे लिए फाइल आगे नहीं बढ़ाते। सूत्रों ने बताया कि क्लर्क को आउटसोर्स कंपनी ने पदस्थ किया था। वह कम्प्यूटर आपरेटर का काम भी देखती थी। अपर कलेक्टर एवं उपाध्यक्ष समाधान समिति कलेक्ट्रेट के आदेश से 27 अप्रैल 2013 को रेखा पाटिल, कम्प्यूटर ऑपरेटर को जूनी इंदौर तहसील में अस्थाई रूप से कार्य करने आदेशित किया गया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में वह आवेदक से पैसों की मांग करती देखी गई। बताया जाता कि वे नकल लेने वाले आवेदकों से कहती हैं कि नकल के लिए हमें भी 100-200 रुपए सेवा शुल्क देते जाएं। हर आवेदक से दिनभर खुलेआम पैसे लिए जाते हैं। कई बार आवेदकों से रिश्वत को लेकर विवाद भी हो चुके हैं। नकल आवेदकों ने उसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। कलेक्ट्रेट के जी-9 रूम स्थित इंदौर तहसील कार्यालय में पदस्थ क्लर्क नकल शाखा में काम करती हैं।