नई दिल्ली। इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कार विवादों में घिर गए हैं। खेल मंत्रालय की ओर से 11 द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार के लिए सिफारिश किए गए नामों काटने के बाद कुश्ती कोच के समर्थन में ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग उतर आए हैं। उन्होंने साफ किया पुरस्कारों में कुश्ती की उपेक्षा हुई है। द्रोणाचार्य के लिए जिन दो कुश्ती गुरुओं का नाम काटा गया है। वह गलत हैं। इस संबंध में वह खेल मंत्री से मिलेंगे।
चयन के बाद सूची से हटाए गए कुश्ती कोच जगरूप राठी का कहना है कि उनके साथ अन्याय हुआ है। वह और अन्य खिलाड़ी खेल मंत्री से मिलेंगे। जस्टिस मुकंदकम शर्मा की अगुवाई वाली कमेटी ने द्रोणाचार्य के लिए 17 और ध्यानचंद पुरस्कार के लिए नौ नामों की सिफारिश की थी। मंत्रालय ने अपने अधिकार के तहत सात द्रोणाचार्य और चार ध्यानचंद पुरस्कार के नाम काट दिए
साभार- अमर उजाला
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द्रोणाचार्य पुरस्कार में कुश्ती की उपेक्षा - पहलवान बजरंग

- 08 Nov 2021