जयपुर। राजस्थान के चितौड़गढ़ में एक लड़की पैसों के लिए एक या दो शादियां नहीं बल्कि दर्जनों शादियां कर चुकी हैं, लेकिन इस बात की भनक उसकी मां को भी नहीं लगी। मां को ऐसा लगा कि उसकी बेटी को किसी ने बेच दिया। मां ने पीड़ित समझकर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो बेटी का असली चेहरा बेनकाब हो गया। बेटी पीड़ित नहीं आरोपी निकली। बल्कि फर्जी शादी करने वाली युवतियों के गिरोह का मास्टरमाइंड निकली। जो मोटी रकम ऐंठने के लिए अब तक कई शादियां कर चुकी थी और मौका पाकर दूल्हे को छोड़ भाग आती थी, फिर अपने गिरोह के साथ अगले कुंवारे लड़कों की तलाश में जुट जाती थी।
मां ने महिलाओं के खिलाफ पुलिस में की थी शिकायत
दरअसल, लड़की की मां को पता चला कि बेटी दो महिलाओं के साथ घर से कहीं चली गई हैं। इस बार कई दिन तक नहीं आई तो उसने लौटने पर 20 अगस्त को बेटी नेहा से पूछा कि इतने दिनों तक कहां थी तो नेहा ने मां को बताया कि वह सीमा शेख के साथ गांव से चित्तौडगढ़ घूमने गई थी। उसके बाद सीमा शेख की सहेली सपना खटीक के यहां गई। जहां पर सीमा शेख, सपना खटीक, साबिर खान निवासी नीमच ने उसकी लड़की नेहा कश्यप का फर्जी आधार कार्ड बनाकर एमपी के जारड़ा निवासी जयराम के हाथों पैसे लेकर बेच दिया। लड़की की आपबीती पर उसकी मां ने पुलिस में महिलाओं के खिलाफ बेचने की शिकायत दर्ज करवा दी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
गिरोह की सरगना निकली लड़की
पुलिस जांच में सामने आया कि नेहा ने जिनके खिलाफ जानकारी दी थी, वे सभी गिरोह के सदस्य हैं और नेहा खुद उस गिरोह की सरगना। जांच में पता चला कि सीमा शेख, सपना खटीक, साबिर खान का एक गिरोह है। यह गिरोह लोगों को झांसे में लेकर इसी लड़की से शादी करा देते हैं। चूंकि इस केस में रकम पहले ही ली जा चुकी होती है, इसलिए शादी के बाद यह लड़की एक-दो दिन में ही यहां से भाग निकलने की तैयारी कर लेती है।
जयपुर
दो लाख लेकर शादी करवाती थी गिरोह की सरगना, दो दिन बाद ही दूल्हे को छोड़ कुंवारे की तलाश में जुट जाती
- 30 Aug 2021