टीवी ऐक्ट्रेस रतन राजपूत लंबे समय तक टीवी इंडस्ट्री से गायब रहने के बाद लॉकडाउन में यूट्यूब पर ऐक्टिव हुईं। अब वह अपने व्लॉग्स बनाती हैं और इंस्टाग्राम पर भी वीडियोज पोस्ट करती रहती हैं। अब उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि ऐक्टर्स पर काम का तो प्रेशर होता ही है लेकिन दिल टूटने का दर्द सहना सबसे ज्यादा मुश्किल होता है। उन्होंने यह भी बताया कि उनको इस पेन से बाहर निकलने में पूरे 9 साल लग गए। उन्होंने ऐक्टर्स के डिप्रेशन और सुइसाइड पर भी बात की। रीसेंटली उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया था जिसमें कहा था कि अब वह समझ सकती हैं कि ग्लैमर की दुनिया के लोग आत्महत्या क्यों कर लेते हैं।
रतन राजपूत ने अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो से घर-घर पहचान बना ली थी। उन्होंने टीवी पर स्वयंवर भी रचाया था। लंबे वक्त तक लाइमलाइट से दूर रहने के बाद रतन राजपूत सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर फिर से ऐक्टिव हुई हैं। इस बीच उन्होंने जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव देखे। यह भी बताया कि भले ही वह कुछ वक्त तक रिलेशनशिप में थीं लेकिन इससे उबरने में 9 साल लग गए। बॉम्बे टाइम्स से बातचीत में रतन राजपूत ने बताया, मुझे लगता है कि दुनिया दिन-ब-दिन और फेक होती जा रही है। जब कोई आत्महत्या करके जिंदगी खत्म कर लेता है तो लोग सोशल मीडिया पर RIP के मैसेज और यह लिखने लगते हैं कि कितने अच्छे दोस्त थे। पर मेरा सवाल यह है कि जब वह इंसान जिंदा था तो लोग कहां थे। आप तब क्यों नहीं उसके पास गए जब वह जिंदा था?
साभार लाइव हिन्दुस्तान
मनोरंजन
दिल टूटने का दर्द सहना सबसे मुश्किल - रतन राजपूत
- 12 Jan 2023