नई दिल्ली। प्रदूषण के कारण दिल्ली की हवा फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक शुक्रवार को 415 अंक रहा, वहीं, सात इलाकों में प्रदूषण अत्यंत गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। नवंबर महीने में यह नौवीं बार है जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 अंक से ऊपर पहुंच गया।
दिल्ली के लोग इस महीने भयावह प्रदूषण का सामना कर रहे हैं। नवंबर के 24 दिनों में एक दिन भी ऐसा नहीं रहा, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 अंक से नीचे आया हो, यानी हवा थोड़ी सांस लेने लायक हुई हो। तीन नवंबर को लोगों ने सबसे ज्यादा प्रदूषण का सामना किया। इस दिन एक्यूआई 468 अंक पर यानी अत्यंत गंभीर श्रेणी में रहा था। वहीं, पांच नवंबर को यह 454 अंक पर था।
राजधानी के सात इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक अत्यंत गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। शुक्रवार शाम चार बजे इन इलाकों में सूचकांक 450 के अंक से ऊपर रहा। इससे आसमान में प्रदूषण की मोटी परत छा गई है।
दिल्ली को अगले दो-तीन दिन प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। दिल्ली में इस समय हवा की रफ्तार बेहद कम हो गई है। खासतौर पर सुबह के समय हवा एकदम ठहर जा रही है। दिन में भी जब हवा चलती है तो उसकी रफ्तार चार किलोमीटर प्रतिघंटे के आसपास रहती है। इस वजह से प्रदूषक कणों का बिखराव बेहद धीमा हो रहा है। पृथ्वी मंत्रालय द्वारा तैयार वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, अगले तीन दिन भी हवा की गति दस किलोमीटर प्रतिघंटे से कम रहेगी, जिससे प्रदूषण की स्थिति भी कमोबेश ऐसी ही बनी रहेगी।
साभार लाइव हिन्दुस्तान
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दिल्ली में नौवीं बार गंभीर श्रेणी में पहुंची हवा
- 25 Nov 2023