मुरैना में चंबल अलर्ट लेवल पर;बरगी बांध के 8 गेट बंद
भोपाल। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं। जबलपुर के बरगी बांध से छोड़े जा रहे पानी के कारण नर्मदा भी उफनी है। नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर नदी का जलस्तर 957 फीट को पार कर गया है। अलार्म लेवल 964 फीट और खतरे का लेवल 967 फीट है।
देवास जिले के नेमावर में नर्मदा का जलस्तर 880 फीट पर पहुंच गया है। यह खतरे के निशान 885 से सिर्फ 5 फीट नीचे है। नर्मदा के अलग-अलग घाटों पर होमगार्ड और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। निचली बस्तियों में मुनादी कराकर अलर्ट रहने को कहा गया है। नागर घाट के दुकानदारों ने अपना सारा सामान हटा लिया है।
मुरैना में चंबल 122 फीट पर बह रही है। खतरे का लेवल 138 फीट है। जबलपुर के बरगी बांध के 8 गेट रविवार को बंद कर दिए गए, लेकिन 11 खुले हुए हैं। कैचमेंट एरिया में अगर बारिश नहीं होती है तो शाम तक इन 11 में से कुछ और गेट को बंद किया जा सकता है। बरगी में कुल 21 गेट हैं।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि लो प्रेशर एरिया रीवा और सतना के आसपास है। दक्षिण-पूर्वी उत्तरप्रदेश के हिस्से में एक ट्रफ लाइन भी एक्टिव है। गुजरात के ऊपर भी चक्रवाती घेरा बना है। इसके चलते मानसून की एक्टिविटी जारी है। रीवा संभाग में अगले 24 घंटे में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश-
नरसिंहपुर में 35 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। सिवनी-मंडला में आंकड़ा 32 इंच के पार पहुंच गया।
छिंदवाड़ा, डिंडोरी, जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन में आंकड़ा 28 इंच या इससे ज्यादा है।
इंदौर, अनूपपुर, बालाघाट, कटनी, पन्ना, शहडोल, उमरिया, बैतूल, भिंड, देवास, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में 24 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है।
आगर-मालवा, बुरहानपुर, राजगढ़, शाजापुर, शिवपुरी, उज्जैन, दमोह और निवाड़ी में 20 इंच या इससे अधिक बारिश हो चुकी है।
भोपाल
देवास में नर्मदा खतरे के निशान से सिर्फ 5 फीट नीचे
- 07 Aug 2023