यह फिल्म अरविंद अडिगा के उपन्यास द वाइट टाइगर पर आधारित है, जिसके लिए उन्हें बुकर प्राइज से सम्मानित किया गया था। किताबों को बड़ी स्क्रीन पर लाना आसान नहीं होता है, लेकिन निर्देशक रमीन बहरानी ने अच्छी कोशिश की है। हालांकि किताब से कई अंश काट दिये हैं, जो दर्शकों को कहानी से और जोड़ सकते थे। गरीबी से अमीरी तक के सफर को कई फिल्मों में दिखाया गया है। लेकिन 'द व्हाइट टाइगर' आपमें दया, संवेदना या दंभ नहीं जगाती है। यह शीशा दिखाने जैसा लगता है। आदर्श गौरव और राजकुमार राव के जबरदस्त अभिनय के भी यह फिल्म एक बार जरूर देखी जा सकती है।
मनोरंजन
REVIEW : द व्हाइट टाइगर : मॉडर्न इंडिया पर गहरा व्यंग्य कसती है फिल्म
- 21 May 2021