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शिवपुरी

दौड़ने की प्रैक्टिस कर रही छात्रा को ट्रक ने रौंदा,मौत

  • 21 Nov 2024

हाईवे पर रेलिंग तोड़कर सर्विस लेन में घुसा; दो लड़कियां घायल
शिवपुरी,(एजेंसी)। शिवपुरी के कांकर गांव में खेल प्रतियोगिता की तैयारी कर रही छात्राओं को ट्रक ने कुचल दिया। इस हादसे में एक छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, ट्रक की चपेट में आने से दो छात्राएं घायल हो गईं। घटना बुधवार तड़के 5 बजे की है। सतनबाड़ा थाना पुलिस ने ट्रक जब्त कर जांच शुरू कर दी है। हादसे की वजह ड्राइवर को नींद आना बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक कांकर गांव के एक प्राइवेट स्कूल में कुछ ही दिनों में खेल प्रतियोगिता होने वाली है। इसी की तैयारी में स्कूली छात्राएं जुटी हुईं थी। आज भी सुबह साढ़े चार बजे 10वीं की छात्रा अंजलि पाल (15), 9वीं की छात्रा कविता प्रजापति (15), पायल रजक (14), नैन्सी पाल, परी और उसका भाई जोनेश प्रजापति दौड़ की तैयारी के लिए गांव से बाहर शिवपुरी-ग्वालियर हाईवे पर गए थे। इसी दौरान ये हादसा हो गया।
सर्विस लाइन में दौड़ रहीं थी छात्राएं
तड़के 5 बजे जब छात्राएं हाईवे की सर्विस लेन पर दौड़ लगा रहीं थी। तभी कांकर तालाब की पुलिया के पास ग्वालियर की ओर से आ रहा ट्रक  सर्विस लेन को तोड़ते हुए उस पार पहुंच गया। इस दौरान अंजलि पाल, कविता प्रजापति और पायल रजक उसकी चपेट में आ गईं।
ट्रक की चपेट में आने से अंजलि की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, कविता गंभीर रूप से घायल है। कविता के पैर में फ्रैक्चर हुआ है। पायल रजक को भी चोट आई है। दोनों छात्राओं को पहले सतनबाड़ा और बाद में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
पुलिस बोली- ड्राइवर को नींद आने से हादसा
सतनबाड़ा थाना प्रभारी सुनील राजपूत का कहना है कि घटना के बाद ट्रक का स्टाफ मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर केस दर्ज कर लिया है। पता चला है कि घटना ड्राइवर को नींद आने की वजह से हुई है। बाद में ट्रक का टायर भी फटा है।
पुलिस में भर्ती होना चाहती थीं छात्राएं
अंजलि गांव की होनहार छात्रा थी। अंजलि और कविता दोनों की इच्छा पुलिस में भर्ती होने की थी। हेमंत पाल ने बताया कि उनकी भतीजी अंजलि गांव की टॉपर थी। हमेशा उसके नंबर 90 प्रतिशत के ऊपर ही आते थे। उसे अधिकारी बनने का शौक था। इसी के चलते वह शुरू से ही इसी तरह की तैयारी में जुटी रहती थी।
गांव में नहीं है खेल मैदान, इसलिए दिक्कत
हेमंत पाल ने बताया कि कांकर गांव की आबादी 7 हजार के आसपास है। इस गांव में कोई खेल मैदान नहीं है। मजबूरी में गांव के बच्चों सहित युवाओं को तैयारी के लिए हाईवे की सर्विस लाइन पर जाना पड़ता है। हमें हमेशा डर लगा रहता है। आज वही डर सच हो गया और दुर्घटना में अंजलि की जान चली गई। बता दें कि घटना के वक्त करीब 7 से 8 बच्चे सर्विस लाइन पर थे।