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भोपाल

धोखाधड़ी के चार आरोपितों को पंजाब से पकड़कर लाई साइबर टीम

  • 30 Dec 2021

 ट्रेन कैंसल होने से मिली गिरफ्तारी में मदद
भोपाल। बैंक अफसर बनकर एक ज्वेलर्स से तीन लाख की ठगी करने वाले चार आरोपितों को राज्य साइबर पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस उन्हें पाकिस्तान बॉर्डर से 12 किमी पहले बसे पंजाब के गांव फाजिलका, अबोहर से पकड़कर लाई है। पहली दबिश में पुलिस के हाथ दो ही आरोपित लगे थे। मुख्य आरोपित पुलिस टीम के आने की जानकारी पाकर गायब हो गया था। टीम दो आरोपित का ट्रांजिट रिमांड लेकर भोपाल लौट रही थी, लेकिन स्टेशन आकर पता चला कि किसान आंदोलन के कारण पंजाब मेल कैंसिल कर दिया गई है। इस वजह से टीम वहीं रुक गई। उधर, टीम के भोपाल लौटने की खबर सुनकर मुख्य आरोपित अपने घर आ चुका था। अगले दिन मुख्य आरोपित की तलाश में पुन: दबिश दी तो वह घर पर सोते हुए मिल गया।
इंस्पेक्टर महेश टांडेकर ने बताया कि श्मसाबाद निवासी संदीप सोनी ने बीती 17 नवंबर को लिखित शिकायत की थी। बैंक अफसर बनकर अज्ञात जालसाज ने उन्हें कॉल किया और ओटीपी पूछकर खाते से तीन लाख रुपए निकाल लिए। तकनीकी जांच के बाद पता चला कि ये रकम पंजाब के अबोहर, फाजिलका में रहने वाले रजत नरूला के खाते में ट्रांसफर हुई है। ठगी के लिए एक महिला के मोबाइल फोन का इस्तेमाल हुआ था। इस आधार पर इंस्पेक्टर महेश समेत चार सदस्यीय टीम द्वारा पंजाब में पाकिस्तान बॉर्डर से 12 किमी पहले बसे गांव में दबिश दी गई। यहां से टीम ने दीपक बजाज और रजत को हिरासत में ले लिया। दोनों को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने 28 दिसंबर तक ट्रांजिट रिमांड लिया। इस दबिश के दौरान पुलिस के हाथ मुख्य आरोपित विशाल गंगरेजा नहीं लगा था। टीम पकड़े गए दोनों आरोपित को लेकर 24 दिसंबर को भोपाल लौटने लगी।
दूसरी दबिश में पकड़ लिया
दीपक और रजत को लेकर टीम लौटती, इससे पहले पता चला कि पंजाब मेल कोहरे के कारण कैंसिल हो गई है। इसलिए टीम को अगले रिजर्वेशन के लिए वहीं रुकना पड़ा। इस बीच टीम ने दोबारा आरोपियों को पकडऩे का प्लान बनाया। इसलिए 25 दिसंबर को विशाल के घर पर दोबारा दबिश दी। इस बार वह पुलिस को घर में सोते हुए मिल गया। टीम ने उसे पकड़ लिया और उसकी निशानदेही पर एक महिला को भी गिरफ्तार कर लिया। टीम चारों को लेकर भोपाल लौटी। उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां उनमें से रजत और महिला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पूछताछ और रिकवरी का हवाला देकर पुलिस ने विशाल और दीपक को 31 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर लिया है।