नाइट कल्चर... यह शब्द ही अपने आप में सामान्य से हटकर है... यह हमारा शहर मालवा की माटी का है... इंदौर में पग-पग पर प्रेम बसता है... संस्कार और संस्कृति के साथ आत्मीयता का यह शहर है... यहां की आबोहवा में... छल कपट का जो रोग हम देख रहे हैं... कपड़ों का प्रदर्शन हम जो देख रहे हैं... पहनावा एक प्रश्नवाचक चिन्ह पैदा करता है...? यह जो गंदगी फैल रही है... आम धारणा यह है कि... यह हमारे शहर की संस्कृति नहीं है...! यह जो शिक्षा हब बन रहा है... और बाहरी बच्चे जो आ रहे हैं... यह शहर की फिजा में... स्मोकिंग... ड्रिंकिंग और नाइट कल्चर की संस्कृति को बढ़ा रहे हैं... मेरा व्यक्तिगत रूप से यह मानना है कि... ऐसा कौन सा काम है... जो सुबह से लेकर शाम तक नहीं हो सकता है... बस देर रात्रि को ही हो सकता है... क्यों... नाइट कल्चर के कारण शहर की आबोहवा में... जहर घुल रहा है... हमारे स्थानीय बच्चे भी... बाहरी लोगों की नकल करते हुए...मूल व्यवहारिक दिनचर्या से भटक रहे हैं... ।
क्यों रात में ही बाजार जाना... क्यों रात को ही चाट चौपाटी जाना...क्यों रात को ही दोस्तों से मिलना... क्यों रात को ही पढ़ाई करने जाना...? क्या यह सब काम दिन के उजाले में संभव नहीं है... रात की संस्कृति चोरी चकारी ...अपराध के लिए पर्याप्त आधार है...? सरकार कह रही है... हम रात भर इंदौर खोलेंगे... क्यों...? बल्कि होना यह चाहिए कि... 7 दिन में से एक दिन...ऐसा भी होगा... जब संपूर्ण लॉकडाउन होगा... शहर में ना रात की पढ़ाई.. ना बिकवाली... ना खरीद दारी.. ना साधन... कुछ नहीं...आपातकालीन सेवाएं प्रभावित ना हो...!
फिर देखो इसके फायदे... सप्ताह में 1 दिन... सारा परिवार चैन से रहेगा... साथ रहेगा... आराम से शहर रहेगा... ना तो अपराध होगा... ना कोई दुर्घटना की संभावना होगी... आज भागम भाग के जीवन में... क्षण भर को... आराम नहीं है... सुकून नहीं है... परिवार में एक दूसरे का साथ नहीं है... आस पड़ोस में संपर्क नहीं है... । क्यों बीआरटीएस 24 घंटे चलेगा ...उसके 100 मीटर मैं सभी व्यापार खुल सकेगा... एक आदमी के विचार से... आम आदमी के विचार से... माना जाए तो नाइट कल्चर... उचित संस्कृति पर मान्य नहीं है...? सवाल कयों नाइट कल्चर का समर्थन करना...?
लेकिन हां शहर में प्रशासन का ऐसा खौफ की... जरूरत पड़ने पर रात के किसी भी समय... आम आदमी... महिला या अन्य व्यक्ति भी... अपने गंतव्य तक बिना भय के...आना-जाना कर सके... यह अनिवार्य है...अपराधी पर यह भय बना रहे कि... अगर उसने किसी तरह के... अपराध को अंजाम देने का प्रयास किया... तो उसकी खैर नहीं है... नाइट कल्चर अनिवार्य नहीं है...!
-एल एन उग्र
बात मुद्दे की
नाइट कल्चर ...संभवत: अपराध बढ़ेंगे...?
- 25 Nov 2022