होशंगाबाद। ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह ने ठगी का नया तरीका अपनाया है। अब बगैर ओटीपी कार्ड या अकाउंट डिटेल मांगे ही लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। फोन-पे, गूगल-पे ऐप के जरिए ठग रिवाड्र्स भेज कॉल कर रहे हैं। फिर उस रिवाड्र्स लोगों से ओके कराकर ऑनलाइन खाते से रुपए निकाल रहे हैं। ताजा मामला होशंगाबाद में सामने आया है। सुरक्षा पेपर मिल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी इसी तरह से ऑनलाइन ठगी का शिकार हुआ। ठगों ने 20 बार में 98,900 रुपए बैंक खाते से निकाल लिए हैं।
बंजारा टाउन फेपरताल निवासी पीडि़त नंदलाल भलावी होशंगाबाद में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। नंदलाल भलावी ने बताया कि 5 सितंबर को पोता मेरे मोबाइल से ऑनलाइन क्लास ले रहा था। उसी दौरान मोबाइल पर एक नंबर से कॉल आया। उधर से कहा गया कि आपको फोन पे पर रिवाड्र्स आया है उसे कीजिए। पोते ने कॉल आने और रिवाड्र्स की बात मुझे बताई। फिर पोते ने ओके कर दिया। फोन पे पर बार-बार रिवाड्र्स आते रहे। पोता करते गया।
कुछ देर बाद जब मैंने मोबाइल हाथ में लिया। बैंक बचत खाते से रुपए निकलने के 20 मैसेज थे। जिसमें से 4000, 4800 रुपए के अलग-अलग निकालने के मैसेज थे। यह देख मैं चौंक गया। तुरन्त बैंक खाता सीज करवाया। खाते से रुपए निकालने के बाद भी सोमवार को बार-बार ठग के कॉल आए, जिसकी शिकायत पीडि़त नंदलाल भलावी ने एसपी ऑफिस, कोतवाली थाने और साइबर सेल शाखा में की है। नंदलाल ने बताया कि 20 बार में खाते से 98900 रुपए निकाले गए। ठगी होने के बाद होने के बाद भी उस नंबर से सोमवार को भी हमें बार-बार कॉल आया। मैंने उस कॉल को रिसीव नहीं किया। सोमवार को पीडि़त अपने बेटे, पत्नी के साथ कोतवाली थाना, एसपी आफिस पहुंचा। साइबर शाखा प्रभारी सुरेश फरकले को घटनाक्रम बताया। शिकायत शाखा में लिखित शिकायत की। प्रभारी फरकले ने बताया पीडि़त भलावी मेरे पास आए थे। लिखित शिकायत मिली है। बैंक खाते, स्टेटमेंट, मोबाइल नंबर नोट किए है। मामले की जांच की जा रही है।
होशंगाबाद
न ओटीपी मांगा, न कार्ड नंबर, फिर भी ऑनलाइन ठगी
- 07 Sep 2021