इंदौर। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निदेर्शानुसार सरकारी और निजी कालेजों में नैक निरीक्षण करवाना अनिवार्य है। अभी 80 प्रतिशत सरकारी-निजी कालेजों के पास नैक की ग्रेड नहीं है। सितंबर से नैक ने निरीक्षण को लेकर आवेदन बुलवाए है। 130 बिंदुओं पर नैक से जुड़ी तैयारियां करना है। इसके बारे में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (देअवीवी) कालेजों को प्रशिक्षण देगी। यहां तक विश्वविद्यालय प्रशासन एसएसआर रिपोर्ट बनाने में भी मदद करेगा। उधर शुक्रवार को विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति के तहत नैक मूल्यांकन पर कार्यशाला रखी है।
नई शिक्षा नीति के तहत कालेजों में नैक निरीक्षण जरूरी है। जीएसीसी, ओल्ड जीडीसी, न्यू जीडीसी, गवर्नमेंट ला कालेज, निर्भय सिंह पटेल न्यू साइंस कालेज ने दौरे के लिए आवेदन कर रखा है। यहां तक 240 में से 30 कालेजों ने आवेदन किया है। बाकी कालेजों ने अभी नैक को लेकर दिलचस्पी नहीं दिखाई है, जबकि 2024 तक प्रत्येक कालेजों को नैक ग्रेड लेना है। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन अब कालेजों को नैक से जुड़ी जानकारी देने में लगा है।
डीसीडीसी डा. राजीव दीक्षित का कहना है कि कार्यशाला में कालेजों को नई शिक्षा नीति के बारे में बताया जाएगा।साथ ही नैक से जुड़ी जानकारी और तैयारियों के बारे में बताएंगे। वे बताते है कि 130 बिंदुओं पर कालेजों को तैयार करना है। 70 प्रतिशत अंक एसएसआर पर तय होंगे, जबकि 30 प्रतिशत अंक निरीक्षण के आधार पर संस्थान को दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को ए प्लस ग्रेड हासिल है। विश्वविद्यालय की टीम नैक से जुड़ी तैयारियों में कालेजों को मदद करेगी।
इंदौर
नैक की तैयारियों को लेकर इंदौर के कालेजों पर देंगे प्रशिक्षण, एसएसआर रिपोर्ट बनाने में डीएवीवी इंदौर करेगी मदद
- 10 Dec 2021