भोपाल। एनवायसी (नो योर कस्टमर) फॉर्म अपडेट कराने का झांसा देकर भोपाल के कारोबारी से 10 लाख रुपए की ठगी करने वाले इंजीनियर को पटना से गिरफ्तार कर लिया गया है। इंजीनियर की राज्य साइबर पुलिस को डेढ़ साल से तलाश थी। उसने करीब 300 बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर उनका डेटा बुलवाया। इसी के आधार पर बैंक खाते खुलवा लिए। बाद में इन खातों में से कुछ को डार्कनेट, टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर बेच दिया।
इनका आईडी-पासवर्ड अपने पास भी रखा। ्यङ्घष्ट अपडेट कराने के बहाने की गई ठगी की रकम को इन्हीं खातों में घुमाकर एटीएम से निकाल लेता था। उसे पता था, इतने बैंक खातों में घुसने की जहमत पुलिस नहीं ही उठाएगी। अब तक कुछ खातों की ही पड़ताल में 23 लाख का ट्रांजेक्शन सामने आया है। एएसपी राज्य सायबर पुलिस वैभव श्रीवास्तव ने बताया, जालसाज अनूप चौबे है, जो मूलत: पलामू, झारखंड का रहने वाला है। वह बीटेक पास है।
इन दिनों वह पटना से ऑपरेट कर रहा था। फरवरी 2020 में उसने भोपाल के कारोबारी को बीएसएनएल का अधिकारी बनकर कॉल किया था। उन्हें कहा कि आपका सिम ब्लॉक न हो, इसलिए केवाईसी अपडेट करना होगा। इस दौरान उसने कारोबारी से एनी डेस्क या क्विट सपोर्ट जैसी मोबाइल कंट्रोलिंग एप्लीकेशन डाउनलोड करवा दी। फिर 10 रुपए का ऑनलाइन रिचार्ज करने के लिए कहकर उनके ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की गोपनीय जानकारी हासिल कर ली। बाद में कारोबारी के खाते से 9,99,010 रुपए निकाल लिए, तभी से पुलिस को अनूप की तलाश थी।
भोपाल
नौकरी के नाम पर ठगी
- 24 Jul 2021