इंदौर। सुखलिया में मंगलवार रात कपड़ा व्यापारी निखिल खलसे की छह बदमाशों ने हत्या कर दी। मामले में आरोपियों की पहचान होने के बाद उनकी तलाश में पुलिस ने रातभर अनेक स्थानों पर दबिश दी, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। उधर, इस हत्याकांड ने दो साल पहले बाणगंगा इलाके के करोल बाग में हुई दोहरे हत्याकांड की यादें ताजा कर दी। बताया जा रहा है कि निखिल की हत्या दोहरे हत्याकांड में मारे गए बदमाशों के साथियों ने बदला लेने के लिए की है।
उस दोहरे हत्याकांड में हिस्ट्रीशटर और पुलिसकर्मी के बेटे के दोस्त की करीब दो साल पहले समझौते के बहाने बुलाकर हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन मृतकों के दोस्त तभी से बदला लेने के लिए षडयंत्र रच रहे थे। पुलिस के मुताबिक हत्यारों को शक था कि निखिल उनके दोस्त के हत्यारों की आर्थिक मदद कर रहा था। बाणगंगा में 2021 में हुए हत्याकांड में 19 साल के अर्पित खाटे और गौरव मिश्रा की हत्या हुई थी। अर्पित पर 17 और गौरव मिश्रा पर 5 केस दर्ज थे। इस हत्याकांड में विष्णु भदौरिया पुत्र बजरंग भदौरिया निवासी आदर्श मौलिक नगर, सूरज सिंह उर्फ भूरा पुत्र प्रेम सिंह पंवार निवासी डाबरी पीठा, उज्जैन, राहुल उर्फ मोगली पुत्र नानकराम भास्करे निवासी देवास नाका और मंगेश पुत्र श्रीकात अकोलकर निवासी दीनदयाल उपाध्याय नगर सुखलिया को आरोपी बनाया गया था। वर्तमान में सभी जेल में बंद हैं।
इंदौर
निखिल हत्याकांड- रातभर होती रही आरोपियों की तलाश
- 10 May 2023