भोपाल-जबलपुर रोड पर बाड़ी-बरेली में खतरनाक टर्न से नहीं जाना पड़ेगा, चकाचक बायपास बना
भोपाल। जयपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे-12 पर सफर में खतरनाक नागिन मोड़ पर अब दुर्घटना की आशंका कम हो गई है। 180 डिग्री पर घूमने वाले इस मोड़ के पास ही नया पुल बना दिया गया है। इस पर से गाडिय़ां सरपट दौड़ रही हैं। रफ्तार 100 से 120 किमी प्रति घंटे रहती है। यहां 630 मीटर लंबा और 23 मीटर ऊंचा फोर लेन ब्रिज बन गया है। इसे 100 मीटर लंबा और 12 मीटर ऊंचा पहाड़ काटकर बनाया गया है। चार साल पहले शुरू हुए प्रोजेक्ट में एक साल तो पहाड़ काटकर रास्ता बनाने में ही गुजर गया। खास बात है कि लोग नागिन मोड़ के रोमांच के साथ हरियाली का नजारा भी देख सकेंगे।
जयपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे-12 को पांच हिस्सों में अलग-अलग कंपनियों ने बनाया है। कंपनियों ने भोपाल से जबलपुर तक का करीब 249 किमी का पूरा मार्ग सीसी रोड के रूप में विकसित किया है। इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 3300 करोड़ रुपए आई है। इसी राशि से रोड के साथ ही पुल और पुलियों का निर्माण भी किया गया है।
पहाड़ी पर घुमावदार है नागिन मोड़
बाड़ी के पास नागिन मोड़ पहाड़ी के घुमावदार रास्ते पर पड़ता था। यह मोड़ इतना ज्यादा खतरनाक था कि ड्राइवर को घाटी पर गाड़ी चढ़ाने के लिए गलत दिशा में जाना पड़ता है, तब कहीं जाकर गाड़ी बमुश्किल से ऊपर चढ़ पाती है। कई बार तो भारी वाहन पीछे की तरफ रिवर्स तक हो जाते थे। यदि यहां वाहन चढ़ाने में थोड़ी से भी लापरवाही हुई, तो वाहन 200 से 300 फीट नीचे गहरी खाई में गिरने की आशंका रहती थी।
पुल बनने से डेढ़ किमी दूरी हुई कम
सिरवारा से चिकनी पुलिया तक करीब दो किमी लंबा यू आकार का नागिन मोड़ था। अब यहां 630 मीटर लंबा फ्लाईओवर बना दिया है। बाड़ी के पास स्थित पहाडिय़ों के बीच में बड़ा पुल बनाया गया है। रोड को सीधा करने के लिए इस पुल को पहाडिय़ों के ऊपर से निकाला गया है। ब्रिज बनने से वाहन चालकों को अब डेढ़ किमी कम दूरी तय करना पड़ रहा है।
फ्लाईओवर बना सेल्फी पॉइंट, पहाड़ों के बीच से निकला है ब्रिज
नागिन मोड़ पर 180 डिग्री का कोण बनाता है। पहाड़ी पर रास्ता यू आकार में होने से इस मोड़ पर ढलान ज्यादा थी। यहां का वातावरण रातापानी अभयारण्य के कारण प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है। ब्रिज से गुजरने वाले लोग यहां रुककर फोटो-वीडियो जरूर शूट करते हैं। एक प्रकार से यह ब्रिज अब सेल्फी पाइंट बन गया है।
भोपाल
'नागिन' से बचाने के लिए काटा पहाड़
- 19 Jan 2022