इंदौर । इंदौर नगर निगम की मेयर इन काउंसिल की कल आयोजित की गई बैठक में दो ही अधिकारी पहुंचे। इस बैठक की कार्य सूची में नगर निगम से संबंधित कोई भी काम नहीं होने के कारण अधिकारियों ने बैठक से दूरी बना ली।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव के द्वारा कल नगर निगम के मुख्यालय में महापौर परिषद की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक के लिए आधिकारिक तौर पर तो कोई कार्य सूची जारी नहीं की गई थी। बैठक के लिए जो विषय रखे गए थे उसमें महिला आरक्षण विधेयक लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित किया जाना था। इसके अलावा दूसरे विषय के रूप में इंदौर में अब देश का नाम इंडिया की जगह भारत लिखकर उसका उपयोग किए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। इन दो प्रस्ताव के लिए ही यह बैठक आयोजित की गई थी।
इस बैठक में नगर निगम के कार्यों से संबंधित कोई भी प्रस्ताव नहीं रखा गया था। ऐसे में इस मेयर इन काउंसिल की बैठक में नगर निगम का एक भी अधिकारी नहीं पहुंचा। इस बैठक में अधिकारी के रूप में अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर और निगम के सचिव राजेंद्र गरौठिया ही पहुंचे। इन दो अधिकारियों के अतिरिक्त कोई भी अधिकारी इस बैठक में भाग लेने के लिए नहीं पहुंचा। हमेशा महापौर परिषद की बैठक में सभी विभागों के प्रमुख अधिकारी शामिल होते हैं। नगर निगम आयुक्त खुद भी इस बैठक में मौजूद रहती हैं। कल की बैठक में निगमायुक्त भी नहीं पहुंची ।
मुख्यालय के नए भवन के निर्माण का निरीक्षण
यह बैठक होने के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने महापौर परिषद के अन्य सदस्यों के साथ नगर निगम के मुख्यालय में निर्माण आदि नए भवन का निरीक्षण किया । उन्होंने भगवान के कामकाज की प्रगति को देखा इसी भवन में निगम परिषद का नया हाल भी बनाया जा रहा है । इस सभागृह के निर्माण कार्य को भी देखा गया । धीमी गति से कम करने के लिए ठेकेदार एजेंसी को फटकार लगाई गई । इसके साथ ही 3 महीने के अंदर सभागृह के कार्य को पूरा कर लेने के निर्देश दिए गए । ठेकेदार एजेंसी को यह चेतावनी दी गई है कि यह अंतिम बार समय सीमा बढ़ाई जा रही है । इसके बाद समय सीमा नहीं बढ़ाई जाएगी । इस समय सीमा के अंदर काम पूरा करके दिखा दें ।
इंदौर
निगम की एमआईसी की बैठक में दो ही अधिकारी पहुंचे, एजेंडा में निगम से संबंधित कोई भी काम नहीं होने से अधिकारियों ने बनाई दूरी
- 25 Sep 2023