खंडवा। आप सब लापरवाह हो। मैं आपका अपमान नहीं करना चाहता लेकिन आप लोग सम्मान के लायक नहीं हो। यहां रह रहे बच्चों को अपना नहीं समझ रहे। दो बालिकाओं को एक पलंग पर सुला रहे हो। 25 बेड का छात्रावास है। 83 छात्राएं रख रहे हो। सुविधा भी नहीं दे रहे हो।
प्रदेश के वनमंत्री कुंवर विजय शाह ने शिक्षा विभाग के अधिकारी व छात्रावास अधीक्षक को फटकार लगाते हुए कुछ इसी तरह की नाराजगी जताई। उन्होंने छात्रावास अधीक्षिका पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि हर माह जिले के सभी छात्रावास का निरीक्षण हो। अधिकारी छात्राओं के साथ बैठकर भोजन भी करें।
उत्कृष्ट स्कूल की छात्राओं के लिए एमएलबी स्कूल के पीछे 25 बेड का छात्रावास बना हुआ है। इस छात्रावास को शुरू हुए करीब डेढ़ महीना हो गया है लेकिन सुविधा के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। क्षमता से अधिक 83 बालिकाएं यहां रह रही हैं। एक पलंग पर दो बालिकाओं को सोना पड़ रहा है। पलंग भी खराब क्वालिटी के हैं। लगातार छात्रावास को लेकर मिल रही इस तरह की शिकायतों के चलते शुक्रवार को वनमंत्री कुंवर विजय शाह उत्कृष्ट कन्या छात्रावास पहुंचे।
यहां जिला शिक्षा अधिकारी संजीव भालेराव, राजीव गांधी शिक्षा मिशन के समन्वयक प्रेमलाल सोलंकी और छात्रावास अधीक्षक पुनीता तिवारी से छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूछा। तीनों अधिकारी मंत्री के सवालों का गोलमटोल जवाब देते रहे। इस पर वे नाराज हो गए। मंत्री शाह ने एक-एक कर छात्रावास को लेकर सभी जानकारी ली।
छात्राओं को दिए जाने वाले भोजन व अन्य सुविधाओं के बारे में पूछा लेकिन सुविधाओं को लेकर अधिकारी कुछ भी नहीं बोल पाए। वनमंत्री ने कहा कि कुछ ही दिन पहले खराब भोजन की वजह से 25 से अधिक छात्राओं को जिला अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। उनकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उनके स्वास्थ्य को लेकर किस तरह का ध्यान दिया जा रहा है। छात्राओं को जो भोजन दिया गया था, वह किससे बनवाया, क्या भोजन की जांच करवाई। ठेकेदार पर क्या कार्रवाई की।
साथ ही अब जो भोजन छात्राओं को दिया जा रहा है। उसकी गुणवत्ता क्या है। क्या आप कभी भोजन खाकर उसकी क्वालिटी देखते हो। इस तरह के सवाल वे अधिकारियों से करते रहे लेकिन अधिकारी जवाब नहीं दे पा रहे थे। इसके बाद मंत्री शाह ने छात्राओं से चर्चा की। इस दौरान कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, एसडीएम अरविंद चौहान और छैगांवमाखन तहसीलदार माला अहिरवार सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
उन्होंने छात्राओं से पूछा कि छात्रावास की ओर से उन्हें किसी तरह का सामान दिया गया है। छात्राओं ने कहा कि अब तक उन्हें एक भी सामान नहीं दिया गया। शैंपू से लेकर नाइट ड्रेस और सैनिटरी नैपकिन उन्होंने अपने रुपयों से खरीदा है जबकि यह सभी समान छात्रावास की तरफ से निश्शुल्क दिया जाना है।
खंडहर हुए क्वार्टरों को तोड़ा जाए
मंत्री शाह छात्रावास के बाहर बने खंडहर क्वार्टर भी देखने पहुंचे। यहां कर्मचारियों के चार क्वार्टर पूरी तरह से खंडहर हो चुके थे। इसमें सूअरों का डेरा था। यह देख उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी भालेराव को कहा कि इन क्वार्टरों किस लिए रख छोड़ा है। इनका उपयोग नहीं है तो तोड़ा क्यों नहीं गया। इस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि तीन बार नगर निगम को पत्र लिखा है लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को भी मौके पर बुलाया और क्वार्टरों को तोडऩे के निर्देश दिए। इस दौरान वहां मौजूद कलेक्टर सिंह ने भी तत्काल क्वार्टरों को तोडऩे के लिए कहा।
छात्रावास अधीक्षक पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए
छात्रावास में मिली अनियमितता को लेकर मंत्री शाह ने अधीक्षक पर कार्रवाई करने के लिए कलेक्टर को कहा है। उन्होंने एसडीएम अरविंद चौहान से छात्रावास का निरीक्षण भी करवाया। मंत्री को सूचना मिली थी कि छात्रावास महिला अधीक्षक यहां स्वजन सहित रह रही है। जबकि शासन के निर्देश हैं कि कन्या छात्रावास में कोई भी पुरुष नहीं रह सकता। छात्रावास में अधीक्षिका का पति निवास करते हुए मिला। इस पर मंत्री शाह ने कलेक्टर सिंह को कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए छात्रावास अधीक्षक को निलंबित किया जाए। साथ ही स्वजन को भी वहां से हटाया जाए।
खंडवा
नाराज वनमंत्री ने अफसरों से कहा- आप लोग सम्मान के लायक नहीं हो
- 12 Nov 2022