(जन्म- 19 जुलाई, 1909, मालाबार, केरल; मृत्यु- 29 सितम्बर, 2004, कोच्चि)
मलयालम भाषा की प्रसिद्ध कवियित्री थीं। ये महादेवी वर्मा की समकालीन थीं, जो हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक थीं। नालापत बालमणि अम्मा की गणना बीसवीं शताब्दी की चर्चित व प्रतिष्ठित मलयालम कवयित्रियों में की जाती है। उनकी रचनाएँ एक ऐसे अनुभूति मंडल का साक्षात्कार कराती हैं, जो मलयालम में अदृष्टपूर्व है। आधुनिक मलयालम की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण नालापत बालमणि अम्मा को "मलयालम साहित्य की दादी" कहा जाता है। उन्होंने 500 से अधिक कविताएँ लिखीं।
व्यक्तित्व विशेष
नालापत बालमणि अम्मा
- 29 Sep 2022