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खंडवा

नीलामी से पहले निगम में वाहनों के पार्ट्स की अदला-बदली?

  • 25 Jun 2024

विपक्षी पार्षदों ने पुलिस में की शिकायत,अफसरों पर कारस्तानी का आरोप
खंडवा। नगर निगम रोज नए विवादों में घिरती जा रही है। दो सौ करोड़ रुपए नर्मदा जल पर खर्च करने के बावजूद 38 किमी की नई लाइन डल रही है। दो सौ करोड़ रुपए हजम करने वालों पर एक पन्ने की भी जांच तक नहीं हुई।
अब पुराने वाहनों की नीलामी से पहले उनके सामान बदलने का वीडियो चर्चा में है। छुट्टी के दिन इस तरह के करतब पर सबूत सहित प्रतिपक्षी पार्षदों ने सिटी कोतवाली और यातायात थाने में आवेदन देकर जांच की मांग की है। सत्तारूढ़ होने के कारण जांच कहां तक पहुंचेगी, वक्त ही बताएगा।
झोन-1 की घटना
प्रतिपक्ष नेता मुल्लू राठौर ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि जोन क्रमांक- 1, पर रखे गए वाहनों की होने वाले नीलामी होना है। इससे पहले ही वाहनों के पार्ट्स चोरी किए जा रहे हैं। इसके वीडियो में मैकेनिक सामान निकाल रहे हैं।
यह लिखा शिकायत में
उन्होंने आवेदन में लिखा है कि नगर निगम खंडवा के जोन क्रमांक एक पर रखे वाहनों की नीलामी की प्रक्रिया आरंभ की जानी है। परंतु, इससे पहले ही कुछ नगर निगम के अधिकारी एवं उनके साथी मिलकर इन वाहनों का सामान निकालकर उसे चोरी कर रहे हैं। नगर निगम की संपत्ति को क्षति पहुंचा रहे हैं।
मिलीभगत का शक?
शंका जाहिर की है कि इस मामले की गहन जांच कराएं और उन अधिकारियों एवं उनके साथियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करें। जोन क्रमांक एक पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर उन व्यक्तियों की पहचान की जाए, जो चोरी की गतिविधियों में संलिप्त हैं। इस जांच प्रक्रिया में यातायात थाना सिटी कोतवाली को भी शामिल किया जाए, ताकि वे भी अपनी ओर से कार्रवाई कर सकें और चोरी की वारदातों का खुलासा हो सके। इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल आवश्यक कार्रवाई करें, ताकि नगर निगम की सम्पत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और दोषियों को सजा मिल सके।
जरूरी व्यवस्थाएं लडखड़ाईं
नगर निगम में पिछले दिनों भंडार से लाखों के सामान का मसला भी आया था। करोड़ों रुपए का सामान इधर-उधर पड़ा है। टेंट-तंबू पर ही लाखों रुपए खर्चे के बिल लग गए। नालों की सफाई ही नहीं हुई। मानसून माथे पर आया, तब जनप्रतिनिधियों को चिंता होने लगी। ये बारिश का इंतजार कर रहे हैं। लाखों लोगों की सेहत प्रभावित हो सकती है। नर्मदा के बेकवाटर का जल फिल्टर करके नहीं दिया जा रहा है। निगम के तीन मूल काम होते हैं। ये सब ढंग से नहीं हो पा रहे हैं। शुद्ध पानी, पर्याप्त सफाई और सडकों व बिजली के मामले में व्यवस्थाएं लडखड़ा रही हैं।