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मुंबई

नौसेना को मिलेगी साइलेंट किलर 'शार्क'

  • 21 Jan 2023

मुंबई. भारतीय नौसेना की ताकत लगातार बढ़ रही है. 23 जनवरी 2023 को इंडियन नेवी को आधुनिक डीजल-इलेक्ट्रिक अटैक सबमरीन आईएनएस वागीर (INS Vagir) मिल जाएगी. इसे प्रोजेक्ट पी-75 के तहत बनाया गया है. कलवारी क्लास सबमरीन के तहत बनने वाली पनडुब्बियों में से पांचवीं सबमरीन है. इसके शामिल होने से भारतीय नौसेना की ताकत में बढ़ोतरी होगी. दुश्मन की रूह कांपेगी. क्योंकि ये खतरनाक मिसाइलों और टॉरपीडो से लैस होगी. 
आईएनएस वागीर समंदर के अंदर बारूदी सुरंग बिछाने में सक्षम है. इसे 350 मीटर की गहराई में तैनात किया जा सकता है. यह स्टेल्थ तकनीकों से लैस है. जिसकी वजह से दुश्मन को इसका आसानी से पता नहीं चलेगा. इसमें एंटी-शिप मिसाइलों को भी लगाया गया है. यह पूरी तरह से स्वदेशी पनडुब्बी है. यह पनडुब्बी दुश्मन को खोजकर उस पर सटीक निशाना लगा सकती है. इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आएगी.  
इस पनडुब्बी में ऑक्सीजन बनाने की भी क्षमता है. इसलिए यह लंबे समय तक पानी में रह सकती है.  इसे मझगांव डॉक लिमिटेड ने बनाया है. इसे बनाने की शुरुआत 12 नवंबर 2020 में हुई थी.  आईएनएस वागीर 221 फीट लंबी है. इसका बीम 20 फीट का है. ऊंचाई 40 फीट और ड्रॉट 19 फीट का है. 
साभार आज तक