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इंदौर

नई लोहा मंडी में ट्रासपोर्टर नहीं

  • 13 Jul 2023

माल भेजने में हो रही परेशानी, लोहा व्यापारी परेशान
इंदौर। इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) ने नई लोहा मंडी में सालों पहले लोहा व्यापारियों को भूखंड आवंटित किए थे। व्यापारी अपना कारोबार पुरानी लोहा मंडी से समेटकर नई लोहा मंडी में शिफ्ट हो गए, लेकिन ट्रांसपोर्टर अब तक शिफ्ट नहीं हुए। प्राधिकरण ने इनकों शिफ्ट करने के लिए काम्प्लेक्स बनाया था। इसका अभी तक आवंटन नहीं हो सका।
प्राधिकरण अभी इसकी नियमावली बनाने पर मंथन कर रहा है। ट्रासपोर्टर के यहां शिफ्ट नहीं होने से व्यापारियों को पुरानी लोहा मंडी में ही समान भेजना पड़ रहा है। इससे व्यापारियों को अतिरिक्त भाड़े का भुगतान करना पड़ रहा है।
आइडीए द्वारा निरंजनपुर स्थित नई लोहा मंडी में ट्रांसपोर्टर के लिए काम्प्लेक्स बनाया गया है। इस काम्प्लेक्स का आवंटन अब तक नहीं हो पाया। करीब एक साल से लोहा व्यापारी इस काम्प्लेक्स में आवंटन के लिए आइडीए के चक्कर लगा रहे है। व्यापारियों का कहना है कि प्राधिकरण एक कीमत तय कर शुल्क निर्धारित कर दे, जिन ट्रांसपोर्टर को काम्प्लेक्स में दुकान चाहिए वह खरीद लेंगे।
ट्रासपोर्टर के नहीं होने से माल पुरानी लोहा मंडी में भेजना पड़ रहा है।यहां नो इंट्री होने से दिन में बुकिंग माल को रात्रि में भेजना पड़ता है। इससे ग्राहक तक दूसरे दिन सामान पहुंच पा रहा है।
सालभर पहले हो चुका तैयार
प्राधिकरण द्वारा नई लोहा मंडी में काम्प्लेक्स बनाया गया है, इसका निर्माण एक साल पहले पूरा हो चुका है। इसके बाद भी इसका आवंटन नहीं किया जा रहा है। तीन मंजिला इस भवन में दुकाने निकाली गई है और समाने पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है। इसके निर्माण की शुरूआत ट्रांसपोर्टर को यहा शिफ्ट करने को लेकर की गई थी।
नई लोहा मंडी में बनाए गए काम्प्लेक्स में दुकानों के टेंडर की नियमावली बना रहे है। जल्द ही दुकानों का आवंटन करेंगे।सिर्फ ट्रासपोर्टर को देने की प्रक्रिया करेंगे, तो आइडी की परेशानी आएगी। फ्री-फार आल करते है, तो ट्रांसपोर्टर अपने हिसाब से टैंडर डालकर दुकान ले सकेंगे। अभी इस पर निर्णय किया जा रहा है।
- जयपाल सिंह चावड़ा, अध्यक्ष आइडीए
नई लोहा मंडी में कारोबार करने वाले लोहा व्यापारी ट्रासपोर्टर के नहीं होने से परेशान है। सभी को पुरानी लोहा मंडी में ही समान भेजना पड़ रहा है। व्यापारियों द्वारा लोहा मंडी तक समान पहुचाने के लिए वाहन नहीं मिलते। उपर से एक रुपया अतिरिक्त भाड़ा लगाने से ग्राहक माल खरीदने से आनाकानी करते है। इससे व्यापार प्रभावित हो रहा है।
- प्रभात मिश्रा, वर्किंग प्रेसिडेंट, लोहा व्यापारी एसोसिएशन