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नकली नोट का खेल, इंदौर में हुई दोस्ती और कर दिया अवैध धंधा शुरू

  • 05 Oct 2021


साढ़े चार लाख के नकली नोट के साथ तीन पकड़ाए
गुना। पुलिस ने नकली नोट के खेल का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को पकड़कर साढ़े चार लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए है। इनसे हुई पूछताछ में खुलासा हुआ कि इंदौर के व्यक्ति से दोस्ती के बाद वे इस गौरखधंधे में उतरे और यह काम करने लगे। इस मामले में पुलिस पूरी चेन तलाश रही है।
इस मामले में पुलिस ने पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर देवास से तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने 4.46 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। साथ ही पुलिस को नोटों के आकर की 7 खाली गड्डी भी मिली हैं। पुलिस ने बताया कि कोतवाली पुलिस ने 28 सितंबर को एक 27 हजार रुपए के जाली नोटों के साथ दो जालसाज शिवचरण उर्फ संजू धाकड़ निवासी ग्राम नेगमा एवं विनोद अहिरवार निवासी ग्राम ऊमरी को गिरफ्तार किया था। इन्हें न्यायालय में पेश कर और पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया था। पुलिस रिमांड पर लेकर उनके पास मिले जाली नोटों एवं उनके गिरोह के अन्य सदस्यों के संबंध में सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें उनके द्वारा इंदौर के मुकेश पाटीदार, धार के महेश जाधव एवं अलीराजपुर के करण सिंह चौंघड़ से जाली नोट कम कीमत में खरीदना बताया।
ढाबे से पकड़ा जालसाजों को
पुलिस को जालसाजों की गैंग के अन्य सदस्यों के नाम पता चलने पर उनको पकडऩे के लिए गुना कोतवाली थाने से पुलिस की एक टीम इंदौर की ओर रवाना हुई। पुलिस टीम द्वारा जिनकी तलाश में तकनीकी संसाधनों का उपयोग कर उन पर लगातार नजर बनाए रखी। इसी बीच तीनों आरोपियों के देवास के पास हिन्दुस्तान ढाबे के आसपास होने की जानकारी पुलिस को मिली। पुलिस टीम तत्काल ढाबे पर पहुंची और तीनों जालसाजों को दबोच लिया।
यह है आरोपी, यह मिला
तीनों लोगों ने पूछताछ में अपने नाम मुकेश (32) पुत्र शिनारायण पाटीदार निवासी इंदौर, महेश(32) पुत्र जगदीश जाधव जिला धार एवं करण सिंह(38) पुत्र मगन सिंह चौंघड़ जिला अलीराजपुर बताए। उनकी तलाशी लेने पर उनके पास 2-2 हजार के 222 नोट एवं 100-100 के 16 नोट (कुल 4,45,600 रुपए के जाली नोट) तथा 100 रुपए के नोट के आकार के खाली कागजों की 7 गड्डियां मिली। जिनके पास मिले जाली नोटों के बारे में उनके द्वारा बताया कि वह इन जाली नोटों को खपाने के लिए ग्राहकों की तलाश में यहां एकत्रित हुए थे। पुलिस टीम उन्हें गुना लेकर आई, जहां उनसे उनके अन्य नेटवर्क के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
ऐसे हुई तीनों की दोस्ती
पुलिस बताया कि महेश और करण दोनों अक्सर काम के सिलसिले में इंदौर आया करते थे। व्यापार के सिलसिले में इन दोनों की मुलाकात इंदौर के मुकेश पाटीदार से हुई। यहीं से तीनों ने मिलकर नकली नोटों का धंधा शुरू किया। अभी तक कि पूछताछ में यह सामने आया है कि ये खुद नकली नोट छापते भी थे और बाहर से मंगवाते भी थे। अभी इन्होंने बिहार के दूरस्थ इलाके के एक गांव का नाम बताया है। पुलिस और आगामी पूछताछ कर रही है।