सिंगरौली। सिंगरौली में पुलिस ने फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि बेरोजगार युवाओं को पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर युवाओं से रुपए की ठगी करने वाले नकली पुलिस कर्मी दंपती को असली पुलिसकर्मियों ने गिरफ्तार कर लिया है।।
बताया जा रहा है कि पति-पत्नी बड़े ही शातिर तरीके से इस धंधे को चला रहा था। भोले-भाले व कम पढ़े-लिखे लोगों को पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए लेने के बाद उनको जॉइनिंग लेटर आने की बात कहा जाता था, लेकिन बाद में जब इस फर्जीवाड़े का पता चलता था, तब तक कई नए लोग इस ठगी के शिकार हो चुके होते थे।
बता दें कि आरती कृष्णन पत्नी वह उसका पति व्ही सिरन जीवन कृष्णन निवासी गोविंदपुर जिला बोकारो झारखंड जिले में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों से पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर करीब 5 लाख रुपए तक की ठगी कर चुके थे। कुछ दिनों पहले थाना प्रभारी यूपी सिंह को सूचना मिली थी कि एक महिला एवं उसके साथ एक युवक आकर पुलिस विभाग में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लेकर गायब हो गया है शिकायत मिलने के बाद नवानगर पुलिस ने अपने मुखबिरों द्वारा ठगी करने वाले आरोपियों की तलाश शुरू की।
रीवा, सतना, मैहर और जबलपुर बुलाकर लेती थी रुपए
आरोपियों की तलाश नवानगर पुलिस कर ही रही थी कि माजन कला निवासी मोहित कुमार पनिका (18) ने नवानगर पुलिस को सूचना दी कि उसको पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर एक औरत जिसका नाम आरती कृष्णा ने मुझसे 1 लाख रुपए की मांग की। इसके ऐवज में 35,000 रुपए दे दिया था, लेकिन अभी तक उसे नौकरी नहीं मिली। कई बार मुझे एवं मेरे साथ अन्य लोग जो नौकरी की इच्छा रखते थे, उनसे रुपए लेकर भर्ती कराने के नाम पर रीवा, सतना, मैहर, जबलपुर लेकर जाती थी और उनको लॉज, होटल में रोककर कुछ दिनों के बाद वापस भेज देती थी। महिला के द्वारा कहा जाता था कि जल्दी ज्वॉइन लेटर आ जाएगा।
8 लोगों से 5 लाख रुपए की कर चुके ठगी
पीडि़त ने बताया कि आरती कृष्णन जब जबलपुर ले गई थी तो वहां पुलिस की वर्दी लगाई हुई थी और हम लोगों को दिखाने के लिए वर्दी वाली फोटो मोबाइल में रखी थी जिस के झांसे में आकर विश्वास करते हुए मेरे अलावा सुशीला देवी निवासी माजनकला स्वयं की भर्ती के लिए 47,500 रुपए, पूजा पनिका 88,000 रुपए, रितु कुशवाहा 15,000 रुपए, विकास सिंह बरौली 95,000 रुपए, राहुल रजक 25,000 रुपए, त्रिपुरारी यादव निवासी अंबा 25,000 रुपए, रुकमणी पनिका 28,000 रुपए, सुशीला पनिका निवासी बलियारी थाना बैढऩ 25,000 रुपए दे चुके हैं। आरती कृष्णन हम सब से कहती है कि जब तक जॉइनिंग लेटर न मिल जाए, तब तक किसी से कुछ भी नहीं बताना मंगलवार को आरती कृष्णन दोबारा हम सबसे रुपए मांगने आने वाली है।
कम पड़े लोगों को बनाते थे शिकार
खबर मिलते ही थाना प्रभारी यूपी सिंह ने घटना की पूरी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी। जहां एसपी वीरेंद्र सिंह के निर्देशन में, एएसपी अनिल सोनकर एवं नगर एसपी देवेंद्र पाठक के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी यूपी सिंह ने उक्त महिला को गिरफ्तार करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से घेराबंदी की। जहां रुपए लेने आए आरती कृष्णन व उसके पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि वह कम पढ़े-लिखे लोगों को अपने बातों के जाल में फंसा कर ठगी करती थी। अब तक नौकरी के नाम पर करीब 5 लाख रुपए ऐंठ चुकी है।
पति-पत्नी से हेड कांस्टेबल की वर्दी जब्त
आरोपी पति पत्नी नौकरी के लिए युवकों से अन्य शहरों में मिला करती थी और नौकरी दिलाने के नाम पर रुपए लिया करती थी, ताकि स्थानीय लोगों को उनकी ठगी कि कोई बात पता न चल सके। पकड़े गए पति-पत्नी से हेड कांस्टेबल की वर्दी एवं मोबाइल फोन जिस पर कई एंगल से पुलिस की वर्दी में फोटो खिंचवाई गई थी। जब तक किया गया है एवं महिला एवं उसके पति को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। पुलिस द्वारा अन्य जिलों से भी इस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है कि उक्त आरोपियों द्वारा कहां-कहां लोगों से ठगी की गई है।
राज्य
नकली पुलिसकर्मी पकड़े, नौकरी दिलाने के नाम पर 8 लोगों से ठग लिए 5 लाख रुपए
- 06 Oct 2021