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भोपाल

नड्डा के बंगले पर लिखी गई थी मुख्यमंत्री की स्क्रिप्ट, 6 दिसंबर को अचानक दिल्ली बुलाए गए थे यादव

  • 12 Dec 2023

 भोपाल ,(निप्र)। प्रदेश में नए सीएम के नाम की घोषणा कर दी गई है। मोहन यादव को नया मुख्यमंत्री बनाया गया है। भाजपा विधायक दल की बैठक में उन्हें दल का नेता चुना गया। उनके नाम का प्रस्ताव शिवराज सिंह चौहान ने दिया था। यादव को मुख्यमंत्री बनाने की स्क्रिप्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर 6 दिसंबर को रात 11 बजे लिखी गई थी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव भी वहां मौजूद थे।
भूपेंद्र यादव ने ही डॉ. मोहन यादव की रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दी थी। इसके बाद तीन दौर की बैठक में डॉ. यादव का नाम तय किया गया था। वे संघ के करीबी माने जाते हैं। बीजेपी ने ओबीसी चेहरे के तौर पर मोहन यादव को आगे किया है।
तो आष्टा से लौटकर भोपाल आए-
भाजपा के एक नेता ने बताया कि 6 दिसंबर को मोहन यादव सड़क मार्ग से भोपाल से उज्जैन जा रहे थे। शाम करीब 7 बजे जब वे आष्टा पहुंचे तब दिल्ली से कॉल (शायद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निवास से) आया और उन्हें तत्काल दिल्ली आने के लिए गया। डॉ. यादव वापस भोपाल आए और रात 9 बजे की फ्लाइट से दिल्ली पहंचे। उनकी नड्डा से महज 15 मिनट की मुलाकात हुई। वे अगले दिन यानी 7 दिसंबर को सुबह भोपाल लौट आए। तब माना जा रहा था कि डॉ. यादव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
15 मिनट में पूरी हो गई सीएम बनाने की प्रक्रिया
महज 15 मिनट की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने विधायक दल की बैठक आयोजित करने के बारे में बताया। इसके बाद पर्यवेक्षक एवं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने 6 मिनट के भाषण में सिर्फ इतना कहा कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है। केंद्रीय नेतृत्व के फैसले को सभी को स्वीकार करना चाहिए। यह परंपरा है।
शिवराज ने रखा प्रस्ताव, तोमर, प्रहलाद व भार्गव ने समर्थन किया
बैठक में मोहन यादव को विधायक दल का नेता चुनने का प्रस्ताव शिवराज सिंह चौहान ने रखा था। नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, गोपाल भार्गव, तुलसी सिलावट और विधायक निर्मला भूरिया ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। सूत्रों का कहना है कि बैठक शुरू होने से पहले नरेंद्र सिंह तोमर ने करीब आठ विधायकों को एक कमरे में बुलाकर डॉ. मोहन यादव के पक्ष में समर्थन करने को कहा था।
मीटिंग में पीछे बैठे रहे मोहन यादव, शिवराज से लिया आशीर्वाद
विधायक दल की बैठक के बाद जब मोहन यादव के नाम का ऐलान हुआ तो सभी चौंक गए। इस दौरान मोहन यादव जीते हुए विधायकों के बीच में बैठे रहे। सीएम चुने जाने के बाद उन्होंने शिवराज सिंह चौहान का आशीर्वाद भी लिया।
नेता प्रतिपक्ष बनाते समय भी दिल्ली ने चौंकाया था
भाजपा के एक नेता ने बताया कि इससे पहले 2018 में जब कमलनाथ सरकार बनी थी, तब नेता प्रतिपक्ष के लिए शिवराज सिंह चौहान और डॉ. नरोत्तम मिश्रा में से किसी एक नाम लगभग फाइनल माना जा रहा था, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने सबसे सीनियर विधायक गोपााल भार्गव के नाम पर मुहर लगाई थी। तब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुबह 7:30 बजे फोन पर भार्गव को बताया था कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया जा रहा है।
देश में सबसे पहले एमपी में लागू की थी शिक्षा नीति
मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू हुई थी। इसी के साथ मध्यप्रदेश देश में नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य बन गया था। शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो गई है। इस दौरान डॉ. मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री थे।