अवधेश नायक, राजकुमार धनौरा कांग्रेस में शामिल
भोपाल। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के गढ़ में कांग्रेस ने सेंध लगा दी है। रविवार को दतिया के कद्दावर भाजपा नेता और पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अवधेश नायक कांग्रेस में शामिल हो गए। सागर जिले की सुरखी के राजकुमार सिंह धनौरा ने भी कांग्रेस जॉइन कर ली। शायर और गीतकार राहत इंदौरी की पत्नी शायर अंजुम रहबर ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली।
अवधेश नायक और राजकुमार सिंह धनौरा को पीसीसी दफ्तर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। लंबे समय से इन दोनों नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें चल रही थीं। इमरती देवी के कांग्रेस जॉइन करने की अटकलों पर कांग्रेस के चीफ कमलनाथ ने कहा, हमारे सिद्धांत क्या हैं, शिवराज सिंह का भी स्वागत है अगर वे हमारे सिद्धांत मान लें और कार्यकर्ता उन्हें स्वीकार कर लें।
दिग्विजय बोले- कांग्रेस के खिलाफ लड़ने वाले प्रताड़ना के कारण आज बीजेपी के खिलाफ-
कार्यक्रम में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा मंच पर वह सारे योद्धा बैठे हैं जो कभी कांग्रेस के खिलाफ लड़ते थे। आज वह सारे योद्धा, भाजपा के नेताओं की प्रताड़ना के कारण बीजेपी को छोड़ कर कमलनाथ जी, राहुल जी, खरगे जी के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि दो विधानसभा सुरखी और दतिया में जो आतंक वहां के विधायकों ने, जो मंत्री बने हुए हैं किया है, मैंने अपने जीवन काल में किसी विधानसभा में नहीं देखा।
नरोत्तम-गोविन्द को कहा आतंकवादी मंत्री
दिग्विजय सिंह ने कहा- मैं दतिया के गांव- गांव गया। सुरखी भी गया और उन सब लोगों से मिला। जिन पर अन्याय और अत्याचार इन दोनों भ्रष्ट बेईमान और आतंकवादी मंत्रियों ने किया था। हम दावे के साथ कहते हैं कि हमारे यहां अभी कोड आॅफ कंडक्ट लगने वाला है। उसके पहले धीरे- धीरे ऐसी तेज रफ्तार से भाजपा टूटेगी कि किसी को अंदाजा नहीं होगा। हम लोग दावे के साथ कह सकते हैं इस बार कांग्रेस की सरकार बनेगी और इतने विधायकों की बनेगी कि मामा और मामा के आका तोड़ ना सकें।
कमलनाथ बोले- जुल्म के विरूद्ध बजा बिगुल पूरे प्रदेश में गूंजेगा-
बीजेपी नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने के बाद कमलनाथ ने कहा आप सब ने मुझे बल और शक्ति दी है और आपका जो फैसला है किसी प्रलोभन का नहीं है आपका फैसला नैतिकता का फैसला है सिद्धांतों का फैसला है। आपने कांग्रेस में प्रवेश किया इसमें जो मैं सबसे बड़ी बात मानता हूं कि आपने सच्चाई का साथ दिया। पूरे प्रदेश की तस्वीर आपके सामने है। कमलनाथ ने कहा कि मैं सुरखी की बात सुन रहा था और दतिया की बात सुन रहा था। ऐसे कितने क्षेत्र हैं जहां इस प्रकार का जो जुल्म होता है यह जुल्म का विरोध का बिगुल आज आपने बजाया है यह बिगुल पूरे प्रदेश में गूंजेगा।
कमलनाथ ने कहा अभी यह लोग धर्म की बात कर रहे थे। अभी बागेश्वर धाम की बात आई। मैंने 15 साल पहले सबसे बड़ा हनुमान जी का मंदिर छिंदवाड़ा में बनाया। प्रतिमा लगाई। लेकिन यह राजनीति नहीं थी, मैं भी धार्मिक हूं। मैं हिंदू हूं। मैं गर्व से कहता हूं कि मैं हिंदू हूं, लेकिन मैं बेवकूफ नहीं हूं।
भोपाल
नरोत्तम मिश्रा, गोविंद राजपूत के गढ़ में कांग्रेस की सेंध
- 07 Aug 2023