छप्पन तरह के पकवान का भोग 36 प्रकार की सब्जियों के मिश्रण से तैयार होती राम भाजी
इंदौर। पंचकुईया स्थित राम मंदिर आश्रम मे दीपावली के अगले दिन पांच नंवबर को आयोजित अन्नकूट महोत्सव अयोध्या की तर्ज पर साधु संतों के सानिध्य में मनेगा। 402 वर्षों से चली आ रही पंरपराओं का निर्वहन होगा। अन्नकूट महोत्सव में सुबह गोवर्धन पूजा, गोशाला मे गोमाताओं का पूजन के साथ ही गोप्रसादी भी होगी। शाम को भगवान टीकमजी के दर्शन द्वारकाधीश के स्वरूप में होंगे।
शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए सैंकडों दीपों से परिसर जगमग होगा। मंदिर के महामण्डलेश्वर लक्ष्मणदास महाराज ने बताया कि दीपावली के दूसरे दिन पड़वा पर अन्नकूट महोत्सव की शुरूआत सुबह आठ बजे महिलाओं के द्वारा गोवर्धन पूजा के साथ होगी। प्राचीन गोशाला मे 500 से अधिक गोमाताओं का पूजन अर्चन वेद मंत्रों के साथ किया जाएगा। गोमाताओं को भोजन प्रसादी खिलाई जाएगी। गोमाताओं का श्रृंगार भी होगा। मुख्य महोत्सव शाम सात बजे से प्रारंभ होगा। इस अवसर पर भगवान का फूल बंगला भी सजेगा। छप्पन भोग भी लगेगा। 108 दीपों से महाआरती की जाएगी।
अन्नकुट महोत्सव में भगवान को नए अनाज से बने 56 तरहों के पकवानों का भोग लगाया जाता है उसी को अन्नकुट कहते है। इसके अलावा 36 प्रकार की सब्जियों को मिलाकर कर रामभाजी तैयार की जाएगी। आज की युवा पीढ़ी को हमारी पुरानी पंरपरागत पंरपराओं, धर्म, संस्कृति, वार त्योहारों, धरोहरों, मठ मंदिरों को समझना जरूरी है। पंचकुईया मे 402 वर्ष अन्नकूट महोत्सव की पंरपरा को निर्वाहन किया जा रहा है। 16वीं सदी से मंदिर के पूर्व पांच श्रीमहंतो ने दीपावली के दूसरे दिन पड़वा पर अन्नकूट महोत्सव का आयोजन कर परपंरा का निर्वहन करते रहे है। आयोजन के लिए समिति बनाई है। इसमें नारायण अग्रवाल, हरिनारायण गोयल अशोक गोयल, नितिन गर्ग, गोपाल गोयल, हुकुम गोयल, विनोद अग्रवाल, सत्यनारायण वर्मा, अखिलेश द्विवेदी, प्रमोद जोशी, पीडी गर्ग है।
इंदौर
पंचकुईया राम मंदिर में अन्नकूट महोत्सव 5 नवंबर को
- 30 Oct 2021