इंदौर। सयाजी होटल श्मशान से लेकर रेसकोर्स रोड तक और गली मोहल्लों तक में पेड़ों को सीमेंट कांक्रीट के ओटले बनाकर उनकी जड़ों को जकड़ दिया गया था लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा।
बिचौली मदार्ना की चंचल कौर पेड़ों को आजादी दिलवाने के लिए आगे आई और यशवंत क्लब रेसकोर्स रोड पर पेड़ों को सीमेंट कांक्रीट से जकडऩे की शिकायत की। सीएम हेल्प लाइन में शिकायत के बाद अब पेड़ों को सिर्फ सीमेंट के ब्लाक की क्यारी बनाई जा रही है। पेड़ों की जड़े खुल रही है। ग्रीन ट्रिब्यूनल की गाइड लाइन है कि पेड़ों को सीमेंट कांक्रीट से जकड़ा नहीं जा सकता। इससे उनको प्राकृतिक तरीके से बारीश का पानी नहीं मिलता है और वे दम तोड़ देते हैं।
सयाजी होटल के मुक्ति धाम के पेड़ों को सीमेट कांक्रीट से जकडऩे को लेकर सबसे पहले पर्यावरण प्रेर्मी राजेंद्रसिंह ने आवाज बुलंद की थी। अब चंचल कौर ने सीएम हेल्प लाइन के जरिये पेड़ों की जड़ों को मुक्त करवाया है। सारे शहर में हर वार्ड हर कालोनी में कई लोगों ने ओटले या कांक्रीट के घेरे बनाकर पेड़ों की जड़ों को जकड़ दिया है। इन्हें भी झोन वार सर्वे कर पेड़ों की जड़ों को मुक्त करना चाहिए।
इंदौर
पेड़ों को ओटलों से नहीं घेरा जा सकेगा, तोड़ दिए जाएंगे ओटले
- 22 Dec 2021