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भोपाल

प्राणपुर में चंदेरी साड़ियों की छत वाला रेस्टोरेंट

  • 07 Mar 2024

देश का पहला क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज; डॉ.  यादव और सिंधिया ने किया लोकार्पण
भोपाल। अशोकनगर जिले के प्राणपुर गांव की अब अलग पहचान होगी। 600 घर वाले इस गांव के करीब आधे घरों में साड़ियां बनाई जाती हैं। इसे क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज के रूप में डेवलप किया गया है। इससे गांव की तस्वीर ही बदल गई है। गलियों में रंग-बिरंगी पेंटिंग बनाई गई हैं। चंदेरी साड़ियों की छत वाला रेस्टोरेंट बनाया गया है, जहां टूरिस्ट लोकल फूड का टेस्ट ले सकेंगे। बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इसका लोकार्पण किया। केंद्रीय वस्त्र राज्यमंत्री दर्शना जरदोश और मप्र के पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
हैंडलूम और फिटलूम दोनों पर बनती हैं साड़ियां-
प्राणपुर में 34 नए हैंडलूम लगाए गए हैं। 350 घरों की दीवारों पर पारंपरिक पेंटिंग करवाई गई है। यहां चंदेरी की तरह साड़ियां बनाने का काम होता है। साड़ियां हैंडलूम और फिटलूम दोनों मशीनों पर बनाई जाती हैं। यहां की साड़ियां देश-विदेश तक जाती हैं। गांव के ज्यादातर लोग साड़ी बनाने का काम करते हैं, जबकि कुछ लोग बेचते हैं।
7.45 करोड़ की लागत से बनाया टूरिज्म विलेज
चंदेरी से महज 4 किलोमीटर दूर इस गांव में 243 बुनकर हैं। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने बताया प्राणपुर-चंदेरी में 7 करोड़ 45 लाख रुपए की लागत से देश के पहले क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज का विकास किया गया है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की पहल पर केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय और मध्यप्रदेश सरकार का यह संयुक्त प्रयास है। चंदेरी पहुंचने वाले पर्यटक इस गांव में आएं और यहां के हैंडलूम क्राफ्ट को नजदीक से देखें।
आमिर खान ने 6 हजार की साड़ी 25 हजार में खरीदी थी
दिसंबर 2009 में बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान और करीना कपूर फिल्म  शूटिंग के लिए प्राणपुर पहुंचे थे। दोनों ने यहां 5 घंटे बिताए थे। इसी गांव के कमलेश कोली के परिवार के साथ कमला बाई और बेटी रामवती के हाथों का बना खाना खाया था। चरखे से साड़ी भी बनाने की कोशिश की थी। कमलेश कोहली के यहां से आमिर खान ने करीना कपूर के लिए एक ब्लैक साड़ी खरीदी थी। साड़ी 6 हजार रुपए की थी, लेकिन आमिर ने चंदेरी के अपने दोस्त कमलेश कोरी से इसे 25 हजार रुपए देकर खरीदा था।