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ग्वालियर

प्रोफेसर छात्र से ले रहा था रिश्वत, थीसिस अप्रूव करने के एवज में 10 हजार लेते पकड़ाया

  • 22 Dec 2021


ग्वालियर। ग्वालियर में ईओडब्ल्यू ने एक प्रोफेसर को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। प्रोफेसर ने अपने एक शोधार्थी छात्र से पीएचडी की थीसिस अप्रूव करने के बदले 51 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। तीन किश्तों में रुपए देना तय हुआ। मंगलवार को प्रोफेसर के घर पर छात्र पहली किश्त 10 हजार रुपए लेकर पहुंचा था। प्रोफेसर के रुपए लेकर जेब में रखते ही पुलिस की ईओडब्ल्यू की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
शासकीय विजयाराजे सिंधिया कन्या महाविद्यालय मुरार में नृत्य विभाग के प्राध्यापक एंव विभागाध्यक्ष डॉ. बीडी माणिक उर्फ भगवानदास को आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने उनके घर मनोहर इन्क्लेव सिटी सेंटर से पकड़ा। दिल्ली नजफगढ़ निवासी अवनीश कुमार ने ईओडब्ल्यू को शिकायत की थी।
अवनीश और प्रोफेसर के बीच लेनदेन की ऑडियो टेप के आधार पर की टीम ने छात्र की शिकायत पर डॉ. माणिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की और उसे ट्रैप करने की प्लानिंग की। मंगलवार शाम को अवनीश ने फोन लगाकर बीडी माणिक से पूछा तो उन्होंने छात्र को घर पर आकर रुपए देने की बात कही। ईओडब्ल्यू थाना प्रभारी यशवंत गोयल, नीतू सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। प्रोफेसर के घर पहुंचे छात्र ने जैसे ही उनको रिश्वत दी बाहर खड़ी टीम ने घर के अंदर रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। ईओडब्ल्यू की टीम ने तत्काल प्रकरण बनाकर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर लिया है।
प्रोफेसर के व्यवहार से दुखी था छात्र
प्रोफेसर बीडी माणिक के व्यवहार से छात्र इस कदर दुखी था कि उसने रिश्वत की शिकायत करने की ठान ली। बीडी माणिक को जब छात्र ने रिश्वत देने में आनाकानी की तो वह उसके साथ गाली गलौच तक करने लगे। छात्र ने प्राध्यापक को सबक सिखाने के लिए शिकायत कर दी और वह ऑडियो भी सबूत के तौर पर दे दिया जिसमें वह गाली गलौज कर रहा था।
कमरे में मौन साध गए गुरु
अपने आपको नृत्य का गुरु मानने वाले प्राध्यापक ने जब कमरे में ईओडब्ल्यू की टीम को देखा तो उनके होश उड़ गए। टीम को देखकर वह माजरा समझ गए और फिर उसके बाद उन्होंने मौन साध लिया। बचने के लिस कोई विरोध भी नहीं किया। कार्रवाई के दौरान घर में पत्नी और बेटा भी मौजूद था। पर उन्होंने भी कुछ नहीं कहा।
कई सम्मान ले चुके हैं
पकड़ा गया बीडी माणिक विजयराजे सिंधिया महाविद्यालय में प्रोफेसर के साथ ही नृत्य विभाग का एचओडी भी है। प्रोफेसर को नृत्य और तबला के लिए कई स्थानीय और रीजनल कार्यक्रम में सम्मान भी मिला है। ऐसा भी पता लगा है कि राज्य स्तर पर भी कई कार्यक्रम में वह सम्मान पा चुका है।