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भोपाल

प्रेमी के साथ मिलकर पति का गला रेता, 15 दिन पहले ही हुई थी शादी;  खरगोन के जंगल से गिरफ्तार

  • 06 Sep 2023

भोपाल । भोपाल में 26 जुलाई को होटल में काम करने वाले हलवाई की हत्या के आरोप में पत्नी, उसके प्रेमी और प्रेमी के चचेरे भाई को खरगोन से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने खंडवा से भोपाल आकर हत्या की और रात में ही वापस लौट गए।
26 जुलाई की रात बागसेवनिया में मानिक सिंह (35) का शव घर में संदिग्ध हालत में मिला था। पहले उसका गला घोंटा फिर रेत दिया। मानिक मूलत: राजस्थान के बीकानेर का रहने वाला था। 10 जुलाई को उसकी भैरोपुर पुनासा जिला खंडवा निवासी आरती चौहान से शादी हुई थी।
वारदात के तीन दिन पहले यानी 22 जुलाई को आरती अपने मायके चली गई थी। पुलिस ने जब उसे बयान के लिए बुलाया तो उसने आने से मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आरती के खिलाफ साक्ष्य जुटाना शुरू किए।
 जांच में पता चला कि घटना वाली रात आरती अपने प्रेमी राजा वर्मा और उसके चचेरे भाई रंजीत के साथ बाइक से खंडवा से भोपाल आई थी। पुलिस ने इस आधार पर उससे पूछताछ की तो वह गुमराह करने लगी। पुलिस को फुटेज मिले थे। इसमें वह बाइक पर दो साथियों के साथ आते-जाते दिखी थी। उन्होंने बाइक मानिक के घर से कुछ दूर खड़ी की और पैदल घर तक आए।
भोपाल से खंडवा भागे, वहां से खरगोन पहुंचे
पुलिस के मुताबिक, मानिक की हत्या के बाद तीनों आरोपी खंडवा गए थे। आरती के प्रेमी राजा के पिता मछली का कारोबार करते हैं। राजा भी इसी काम से जुड़ा हुआ है। राजा ने अपने घर पहुंचने के बाद करीब एक लाख रुपए चोरी से निकाल लिए थे। इसके बाद चचेरे भाई रंजीत (18) और प्रेमिका को लेकर खंडवा से भाग निकला। तीनों आरोपी ने अलग-अलग स्थानों पर फरारी काटी। जब उन्हें लगा कि अब पुलिस उन तक नहीं पहुंचेगी, तो खंडवा फिर खरगोन चले गए। खरगोन में राजा और रंजीत के ताऊ रहते हैं। यहां राजा ने ताऊ को बताया कि वह आरती को भगाकर लाया है। उससे शादी कर ली है। उनकी जान को खतरा है, इसलिए यहीं रहना चाहता है। खरगोन में छिपे होने की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम वहां पहुंच गई। इसकी भनक आरोपियों को लगी तो वे भाग निकले।