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इंदौर

पूरे शहर के बीआरटीएस में सरकारी सूचक पट्टिका पर लगे विज्ञापन लगते हैं  मखमल में टाट की तरह

  • 30 Sep 2021

स्वच्छ इन्दौर की सुन्दरता को बिगाड़ते,ये  तरह तरह के विज्ञापन क्यूँ लगाये जाते है और किसकी अनुमति से?
विनी आहूजा   
इन्दौर। स्वच्छ इन्दौर का ये नजारा गीता भवन चौराहे का है,जहाँ बीआरटीएस में लगे सूचक पट्टियो में किसी कोचिंग का बोर्ड लगा दिख रहा है।ऐसे ही पूरे शहर के बीआरटीएस में  सूचक पट्टियो पर तरह तरह के विज्ञापन लगे होते हैं। जो शहर की सुन्दरता को बिगाड़ रहे हैं।
जब शहर मे पोस्टरो को लगाने की अनुमती ही नही है,तो पूरे शहर मे जगह जगह पोस्टर क्यूँ लगे रहते है।इसका जवाब वे आला अधिकारी दे जिनकी अनुमती से ये पोस्टर लगाये जाते हैं। और मजेदार बात तो ये है कि  भाजपा सरकार का दबदबा भी ये रहता है कि जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पोस्टर लगे वैसे ही निगमकर्मी इतने ऐक्टिव हो जाते है की पुछो ही मत।सब काम छोडकर बस  कांग्रेसियो के पोस्टर निकालने का काम, ही रहता है फिर निगमकर्मियो के पास।तो भिया निगम वालों शहर के सारी जगह पर ध्यान दे लो पूरा शहर विज्ञापन पोस्टर्स  से भरा पडा है।माना की कुछ विज्ञापनों से निगम की कमाई होती है,पर  इसका मतलब ये तो नही की पूरे शहर को विज्ञापन से भरवा लो।ऐसे तो स्वच्छ सुन्दर दिखने वाला हमारा ये नंबर वन शहर बदसूरत हो जायेगा।अब देखना ये है कि क्या हमारे चुस्त दुरुस्त निगम अधिकारीयो का ध्यान इस ओर जाता है या नही।और अगर अधिकारीयो का ध्यान गया तो क्या ये कांग्रेसियो के पोस्टर निकालने जैसी फुर्ती इन जगह जगह लगे विज्ञापन पोस्टर्स को निकालने में  दिखाएँगे।और बात नियमों की करे तो बिना मतलब के पोस्टर्स लगने ही नही चाहिये, क्योंकि नियम तो नियम है, और सबके लिये एक है।