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इंदौर

पूरा शहर हुआ पानी पानी, 24 घंटे में रिकॉर्डतोड़ 7 इंच, मूसलाधार बारिश

  • 16 Sep 2023

कई निचले इलाके खाली कराए; सुपर कॉरिडोर में स्टाफ बस पुलिया से गिरी

इंदौर। इंदौर में शुक्रवार शाम से लगातार बारिश शनिवार सुबह आफत में बदल गई है। 24 घंटे में सात इंच से ज्यादा पानी गिरा है। शहर में सितंबर में 61 साल में कभी ऐसी बारिश नहीं हुई। रातभर से जारी बारिश से कई घरों में पानी घुस गया है। लोग घर में ही कैद हैं। महेश नगर में निचली बस्ती के घरों को खाली करा लिया गया है। तालाबों के किनारे के अन्य भी कई इलाकों में घर खाली कराकर रिलिफ कैम्प में भेजे जा रहे हैं। प्रशासन प्रभावितों में फूड पैकेट बंटवाएगा। लोगों की मदद के लिए नगर निगम के कंट्रोल रूम में नंबर 93295 55202, 0731 253 5555, 0731 4030100 जारी किए गए हैं। आज स्कूलों की छुट्‌टी रखी गई है।
शनिवार सुबह सुपर कॉरिडोर पर सर्विस रोड की पुलिया से स्टाफ की मिनी बस बह गई। 15 लोग सवार थे, सभी को बचा लिया गया है। गांधी नगर क्षेत्र और एमआर-10 वाले हिस्से में पानी भर गया। कई कॉलोनियों में घुटने-घुटने पानी भरा हुआ है।
उधर, ​खंडवा रोड पर नर्मदा का मोरटक्का पुल बंद कर दिया गया है। ओंकारेश्वर में मूर्ति अनावरण में जाने वाले लोगों को नहीं आने की सलाह दी गई है। इससे पहले रात में पूर्व मंत्री रंजना बघेल का बेटा और उसका दोस्त चोरल में बहकर फंस गया। दोनों को देर रात बचा लिया गया है।
सीजन की यह सबसे तेज और घनघोर बारिश है। 24 घंटे में सात इंच बारिश के साथ शहर की सीजन की बारिश का कोटा पूरा हो गया। अब तक कुल 39 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 2 इंच ज्यादा है। शहर का रिकॉर्ड देखें तो इससे पहले 20 सितंबर 1962 को 24 घंटे में करीब 6.5 इंच पानी गिरा था। यानी सितंबर की बारिश का 61 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। उधर, देपालपुर में एक दिन में रिकॉर्ड 10 इंच बारिश हुई है।
अलर्ट को देखते हुए कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने आज शनिवार को जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है। मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सभी रेस्क्यू दल अलर्ट पर हैं। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगम के आला अधिकारियों और सभी झोन के अफसरों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। वे खुद भी कंट्रोल रूम पहुंच गए। इधर, देर रात तक करीब 1000 हजार शिकायतें बिजली समस्या से जुड़ी भी पहुंची हैं। रातभर सप्लाई नॉर्मल करने का काम चला।
रातभर निगरानी कराते रहे कलेक्टर, रेस्क्यू दल अलर्ट पर
कलेक्टर इलैयाराजा बारिश के दौरान लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रशासन ने बताया कि हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। होमगार्ड और सिविल डिफेंस के दल को भी पूरे उपकरणों के साथ अलर्ट मोड पर रखा गया है।
घंटों तक पेड़ के सहारे फंसा रहा पूर्व मंत्री का बेटा
बारिश के कारण चोरल नदी में दुर्घटना हुई। मनावर की पूर्व विधायक और मप्र की पूर्व मंत्री रंजना बघेल का बेटा यशवर्धन शुक्रवार शाम दोस्त तेजस के साथ नदी के बीच गाड़ी ले जाकर पार्टी कर रहा था। इस दौरान नदी में पानी बढ़ जाने से दोनों गाड़ी सहित बह गए। यश कई घंटों तक पेड़ के सहारे फंसा रहा। फिर उसका हाथ छूटा और पानी में बह गया। देर रात ग्रामीणों ने दोनों को बचा लिया। पूर्व मंत्री बघेल जानकारी मिलते ही बेहोश हो गई थीं। कलेक्टर ने वीकैंड पर पिकनिक स्पॉट पर नहीं जाने की अपील की है।
इससे पहले कल शाम 4.30 बजे ही काली घटाएं ऐसी छाईं कि लगा रात हो गई। बीआरटीएस से लेकर सुपर कॉरिडोर तक सभी गाड़ियों के हेडलाइट जलाना पड़े। घर और दुकानों पर भी लाइट्स ऑन करना पड़ गए। इधर, कई निचली कॉलोनियों में पानी घुस गया। विजय नगर इलाके में लोगों के घरों में घुटने घुटने पानी भर गया। उसके बाद रातभर भी पानी बरसा है।
ड्रेनेज सिस्टम की खुली पोल
तेज बारिश ने फिर ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी। तेज रफ्तार से पानी गिरा तो सड़कें और चौराहे स्विमिंग पूल बन गए। वाहन चालक पानी में फंसे तो कई इलाकों में ट्रैफिक जाम हो गया। निगम कंट्रोल रूम पर दो घंटे में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों से जलजमाव की शिकायत पहुंची। तुलसीनगर में ड्रेनेज लाइन ओवर फ्लो होने लगी। बिलावली जोन के विशाल नगर, अपोलो सिटी खंडवा रोड, अहिल्या आश्रम रोड, विजय नगर, लसूड़िया, बाणगंगा, एरोड्रम रोड, सुदामा नगर, कृष्णबाग कॉलोनी सहित कई इलाकों में पानी भरने की शिकायत दर्ज की गई। उधर, करीब 1000 शिकायतें बिजली कंपनी के कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर पर पहुंचीं।
इन कॉलोनियों, मोहल्लों में भी भरा पानी
जोरदार बारिश से शहर के कई कई क्षेत्रों में पानी भर गया। इनमें आशीष रीजनल कॉलोनी, मां अंबिका नगर, पल्हर नगर, साठ फीट रोड, विशाल नगर, पटेल नगर, चौहान नगर, मिश्र नगर, स्कीम 71, चांदमारी का भट्‌टा, संचार नगर, श्रीयंत्र नगर, लवकुश (भौंरासला), सुदर्शन नगर, शिवधाम कॉलोनी, वेंकटेश नगर, छोटा बांगड़दा, तुलसी नगर, गीता भवन माय होम होटल रोड, विजयश्री नगर, पंचवटी नगर, धनलक्ष्मी कॉलोनी आदि स्थानों के हालात बिगड़ गए। शहर के भीतरी इलाकों में तेज बारिश से किसी बड़े नुकसान या बहने की सूचना नहीं है।
90 से ज्यादा स्थानों पर सड़कें और चौराहे पानी में डूबे
150 से अधिक कॉलोनियों-इलाकों में देर रात 2 बजे तक बिजली गुल रही
06 घंटे बीआरटीएस, एमजी रोड, छावनी, सियागंज, बड़ा गणपति, राऊ सर्कल, खजराना चौराहा, सुखलिया आदि इलाकों में जाम लगा रहा।
विनोबा नगर, नाले का पानी घर में घुसा
विनोबा नगर में नाले का पानी घरों में घुस गया। स्कीम 78 स्लाइस 3 की मुख्य गली, शिव पार्वती नगर, 60 फीट रोड, पल्हर नगर, केसरबाग, खातीपुरा, अरविंद नगर, चंद्रनगर, व्यंकटेश नगर, राहुल गांधी नगर सहित कई इलाकों व निचली बस्तियों में जलजमाव हो गया। कनाड़िया क्षेत्र में शिव मंदिर के पास गलियों में भी पानी भर गया।
कई चौराहों पर सिग्नल बंद हुए
राजबाड़ा के सामने पानी भरा गया। राजबाड़ा से छतरी तक जाने वाली रोड पर भी जलजमाव हुआ। पंढरीनाथ, जवाहर मार्ग, राजबाड़ा, हाथीपाला, रेलवे स्टेशन ट्रैफिक जाम में फंसे रहे। बारिश शुरू हुई तो कारों की संख्या भी एकदम से सड़कों पर बढ़ गई। वहीं रोड खराब होने, लाइट गुल होने से सिग्नल बंद हो गए। इस कारण भी ट्रैफिक प्रभावित हुआ।
रोड और नाला एक लेवल में आ गए
चंद्रभागा मेनरोड किनारे का नाला और रोड एक ही लेवल में आ गए। नाले में इतना पानी भरा गया कि अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा था कि रोड कहां तक है। सड़क किनारे खड़े लोग वाहन चालकों को चेतावनी देते रहे। वहीं रोड तो पहले से खराब थी, बारिश की वजह से इतना पानी भरा गया कि कई दोपहिया वाले गिर ही गए।
खजराना चौराहा पर स्थिति सबसे खराब
पूर्वी रिंग रोड पर बंगाली चौराहा से खजराना चौराहा की ओर जाने वालों को भारी परेशानी हुई। चौराहे पर गड्‌ढे, गहरी नाली खुदी होने से वाहन 20-20 मिनट में भी नहीं निकल पा रहे थे। दो दिन पहले भी यही स्थिति थी। वहीं सर्विस रोड पर भी भारी जलजमाव हो गया, जिसकी वजह से वाहनों का लोड रिंग रोड पर आ गया था।