भोपाल। यदि आप होली वेकेशन पर टाइगर रिजर्व में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है। मध्यप्रदेश के सभी 6 टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क में आप कोर एरिया में नहीं घूम सकेंगे। यहां सभी सीटें बुक हो गई हैं, लेकिन बफर जोन में घूमने का मौका है। बफर जोन में कई दिन के स्लॉट खाली है। ऐसे में आप ऑनलाइन बुकिंग कराकर जंगल में छुट्टी मना सकते हैं।
कहां-कहां सीटें भरी और खाली-
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व-पार्क में जाने के लिए आप पिपरिया, जामनी देव, मल्लापुरा, पारसपानी, चूरना, मढ़ई और पानापानी गेट से एंट्री ले सकते हैं। इनमें कोर एरिया के चूरना (भीमकुंड), मल्लापुरा, मढ़ई और पचमढ़ी गेट से एंट्री कर सकते हैं। 26 से 31 मार्च के बीच फुल व्हीकल में मल्लापुरा और पचमढ़ी गेट से एंट्री पा सकते हैं। अभी कुछ सीटें खाली है। वहीं, बफर जोन में भी सीटें मिल सकती है। सिंगल सीट की बात करें तो कुछ सीट्स अवेलेवल है। यदि आप जल्दी बुकिंग करा लेते हैं, तो घूम सकते हैं। बफर जोन की कई सीटें खाली हैं। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में 55 से अधिक टाइगर हैं।
पेंच नेशनल पार्क-यहां 8 गेट के जरिए पार्क में एंट्री की जा सकती है। कोर जोन के जमतारा, करमाझिरी और तोरिया गेट से फुल व्हीकल की सभी सीटें फुल हो गई है। बफर जोन के गेट-खवासा, खुमभपानी, मसुनाला, रूखाड़ और तेलिया में एंट्री के लिए कोई दिक्कत नहीं है। यहां पर 1 से 14 सीटें तक खाली हैं।
कान्हा टाइगर रिजर्व-यहां कापा, खातिया, पेन, सीरोजा, कान्हा, किसली, मुक्की और सरही गेट से एंट्री पा सकते हैं। कोर जोन के कान्हा, किसली, मुक्की और सरही गेट से एंट्री नहीं मिल सकेगी, क्योंकि फुल व्हीकल और सिंगल सीट की बुकिंग हो चुकी है। बफर जोन में फुल व्हीकल सफारी का टूरिस्ट लुत्फ उठा सकते हैं। यहां पर अभी कई सीटें खाली हैं।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व: बांधवगढ़ पार्क के बफर जोन के दामोखर, जोहिला और पनपठा में अभी 26 से 31 मार्च के बीच कई स्लॉट खाली है। यहां टूरिस्ट घूम सकते हैं। वहीं, कोर एरिया खिटाऊली, मागाधी और तारा गेट से एंट्री नहीं मिल सकेगी, क्योंकि सभी स्लॉट बुक हो चुके हैं। सिंगल व्हीकल में भी कोर जोन के स्लॉट खाली नहीं है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 125 से अधिक टाइगर हैं।
बुकिंग में इतना खर्च-
टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में 6 व्यक्तियों के लिए परमिट 2400 रुपए है। यानी 400 रुपए प्रति व्यक्ति।
बफर क्षेत्र के लिए वाहन सफारी चार्ज 1200 रुपए ही है। यानी 200 रुपए प्रति व्यक्ति।
एमपी में 785 टाइगर
पिछले साल मध्य प्रदेश को लगातार दूसरी बार टाइगर स्टेट का दर्जा मिला। 2022 की गणना में यहां 785 बाघ पाए गए। पिछली गणना 4 साल पहले 2018 में हुई थी। तब यह संख्या 526 थी। इसमें अब 259 टाइगर बढ़ गए हैं। मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और कान्हा नेशनल पार्क ने मैनेजमेंट इफेक्टिवनेस इवैल्यूशन में देश के टॉप 5 टाइगर रिजर्व में जगह बनाई है।
भोपाल
प्रदेश के टाइगर रिजर्व फुल-कोर एरिया में सीटें बुक, नहीं घूम सकेंगे टूरिस्ट; बफर जोन में घूमने का है मौका
- 27 Mar 2024