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सागर

प्रदेश में गिद्धों के लिए बनेगा रेस्टोरेंट, जांच के बाद परोसेंगे मवेशियों का मांस

  • 25 Jan 2024

सागर। मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट होने के साथ-साथ गिद्ध स्टेट भी है। 2021 में हुई जनगणना के मुताबिक एमपी में 10 हजार से ज्यादा गिद्ध हैं। इनकी संख्या को बढ़ाने के लिए वन विभाग जल्द ही गिद्ध रेस्टोरेंट खोलने जा रहा है। वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व यानी नौरादेही अभयारण्य में इस रेस्टोरेंट की शुरूआत होने वाली है।
इस रेस्टोरेंट में गिद्धों को ताजा मांस परोसा जाएगा। इस मांस से गिद्धों को कोई नुकसान ना पहुंचे इसके लिए पहले इसे लैब में टेस्ट किया जाएगा। वन विभाग ने रेस्टोरेंट के लिए जमीन की तलाश कर ली है और इसी साल अप्रैल में इसकी शुरूआत की जाएगी। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक एक्शन प्लान-2030 के तहत इस इलाके को गिद्धों के लिए सेफ जोन के लिए चुना गया है।
नरसिंहपुर और डोंगरगांव रेंज के दो स्थानों पर बनेंगे रेस्टोरेंट
दुर्गावती टाइगर रिजर्व मप्र के तीनों जिले सागर, दमोह और नरसिंहपुर में फैला है। क्षेत्रफल के हिसाब से ये देश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है। 2023 में इसे मप्र का 7वां टाइगर रिजर्व घोषित किया गया, क्योंकि यहां बाघों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। बाघों की संख्या बढ़ने के साथ ही गिद्धों को भी यहां की आबोहवा रास आ रही है। 2021 में यहां गिद्धों की संख्या करीब 300 थी।
गिद्ध रेस्टोरेंट के लिए वन विभाग ने टाइगर रिजर्व की नरसिंहपुर और डोंगरगांव रेंज में दो जगहों को चुना है। यहां करीब दो हेक्टेयर क्षेत्र में तारों की बाड़ लगाकर उसे सेफ किया जाएगा, ताकि यहां मांस की गंध आने पर दूसरे जानवर नहीं आ सकें। इसके लिए आसपास की गोशाला से एग्रीमेंट किया जा रहा है। आसपास के क्षेत्र में कई गांव भी हैं।
वन अधिकारियों का कहना है कि अभी मवेशियों की मौत होती है तो उन्हें जमीन में दफन कर दिया जाता है। इन मृत मवेशियों को रिजर्व में रखा जाएगा। इनके मांस की लैब में जांच होगी कि कहीं उनके शरीर में जहरीला पदार्थ तो नहीं है। जब मांस पूरा सेफ होगा तो मवेशियों की बॉडी को वल्चर रेस्टोरेंट में डाल दिया जाएगा।
मप्र के 9 जिलों में गिद्धों की संख्या सबसे ज्यादा
मध्यप्रदेश में कुल सात प्रजातियों के गिद्ध पाए जाते हैं। इनमें से चार स्थानीय और तीन प्रजाति प्रवासी हैं, जो शीतकाल समाप्त होते ही वापस चली जाती हैं। गिद्धों की गणना भी इसलिए सर्दी के मौसम में की जाती है। प्रदेश में सबसे अधिक पन्ना, मंदसौर, नीमच, सतना, छतरपुर, रायसेन, भोपाल, श्योपुर और विदिशा में गिद्ध पाए गए हैं।
मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में 2020-21 गणना के तहत प्रदेश भर में सबसे ज्यादा 722 गिद्ध पाए गए। पन्ना टाइगर रिजर्व के अलावा उत्तर वन मंडल में 438 और दक्षिण वन मंडल में 614 गिद्धों की गणना की गई। कूनो नेशनल पार्क में 381 और वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में 300 गिद्ध पाए गए थे।