भोपाल। हवाओं का रूख लगातार उत्तरी बना रहने से अभी दो दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। उसके बाद हवाओं का रूख बदलने से तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। अरब सागर में भी एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम की गुरूवार को दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट पर पहुंचने की संभावना है। गुरूवार को एक पश्चिमी विक्षोभ के भी उत्तर भारत में प्रवेश करने के आसार हैं। इन वेदर सिस्टम की वजह से हवाओं का रूख बदलेगा। जिसके कारण मध्य प्रदेश में रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हवाओं का रूख लगातार उत्तरी बना हुआ है। उत्तर भारत में तापमान काफी कम है। इस वजह से वहां से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में रात और दिन के तापमान में गिरावट हो रही है। इसी क्रम में सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो कि सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह रविवार के अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 1.7 डिग्री सेल्सियस कम रहा। इसके पूर्व इस सीजन में भोपाल में दिन का अधिकतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस 18 सितंबर को रिकार्ड किया गया था। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में लगातार उत्तरी हवाएं चलने से दिन और रात के ताममान में उतार-चढ़ाव बना हुआ है।
इस तरह की स्थिति अभी दो दिन तक बनी रहेगी। उधर बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र में बने कम दबाव के क्षेत्र के गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदलकर दक्षिणी आंध्रा के तट पर गुरूवार तक पहुंचने के आसार हैं। अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र भी गुरूवार तक अवदाब के क्षेत्र में बदलेगा। इसके अतिरिक्त गुरूवार को ही एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना बनी हुई है। जिसके चलते हवाओं के रूख में बदलाव होगा। वातावरण में हवाओं के साथ नमी आने से मध्यप्रदेश में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।
भोपाल
प्रदेश में बदलेगा मौसम का मिजाज, रात का तापमान बढ़ेगा
- 16 Nov 2021