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इंदौर

प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को और अधिक मजबूत बनाया जाएगा

  • 02 Feb 2024

सहकारिता विभाग अब नए कलेवर में नयी सोच के साथ करेगा कार्य-बहुवर्षिय रोड मैप बनाया जाएगा
इंदौर। प्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि सहकारिता आंदोलन समाज के हर व्यक्ति से जुड़ा हुआ है। समाज, परिवार, प्रदेश और देश समन्वय और परस्पर सहयोग के बगैर नहीं चल सकते है। सहकारिता की समाज में अहम भूमिका है। प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को और अधिक मजबूत बनाया जायेगा। सहकारिता के माध्यम से समृद्धि की ओर आगे बढ़ेंगे। रोजगार के नए अवसर सृजित किये जायेंगे।
सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने तथा उसको विस्तारित करने के लिये सहकारिता विभाग अब नए कलेवर और नयी सोच के साथ कार्य करेगा। इसके लिये  बहुवर्षिय रोड़ मैप बनाकर सहकारिता आंदोलन में नयी तकनीक को शामिल करते हुए प्रक्रियागत सुधार के कार्य किये जायेंगे। सहकारिता आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को साकार किया जायेगा तथा इस दिशा में केन्द्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह द्वारा दी गई गाईड लाईन का अक्षरश: पालन किया जायेगा।
सहकारिता मंत्री श्री सारंग इंदौर में सहकारिता और इससे जुड़े विभागों के अधिकारियों की संभागीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर पंजीयक सहकारिता श्री आलोक कुमार सिंह, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री सावन सोनकर, मंत्री जी के ओएसडी श्री संजय एम भटनागर, संयुक्त आयुक्त श्री बी.एल. मकवाना, इंदौर के उपायुक्त श्री मदन गजभिए सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में मंत्री श्री सारंग ने सहकारिता तथा इससे जुड़े विभागों के कार्यों की जिले वार समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि वे विभाग में नवाचार करते हुए नयी सोच, पारदर्शिता एवं पूर्ण इमानदारी से निष्ठावान होकर कार्य करें। भ्रष्टाचार में जीरो टालरेंस की नीति पर कार्य करें। आर्थिक अनियमितताएं एवं किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। को-आॅपरेटिव बैंकों को प्रायवेट बैंकों के अनुरूप बनाये। इसे नए कलेवर में कॉरपोरेट सेक्टर की तरह प्रस्तुत करें। समय की आवश्यकता के अनुसार कार्य एवं व्यवहार में बदलाव लाये। जन-कल्याण के अधिक से अधिक कार्य करें। सहकार से समृद्धि की और प्रदेश को आगे बढ़ाये। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सहकारी बैंकों रिक्त सभी पदों की पूर्ति सुनिश्चित करें। सहकारी समितियों में महिला सदस्यों की संख्या बढ़ाये। एक जिला एक उत्पाद कार्यक्रम के तहत सहकारी सोसायटियों का गठन करें। इन्हें आर्थिक मदद देकर आगे बढ़ाये। को-आॅपरेटिव संस्थाओं के माध्यमसे मोबाइल साँची पार्लर की स्थापना कराई जाये। स्पोट्स सेक्टर में भी सहकारिता को बढ़ावा दिया जाये। उन्होंने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कार्य की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि गेहूं खरीदी कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही और अनियमितताएं नहीं की जाये। ऐसा करने वालों को छोड़ा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित हो कि गेहूं खरीदी कार्य पूर्ण पारदर्शी प्रक्रिया के तहत इमानदारी से हो। उन्होंने सहकारी बैंकों द्वारा दिये गये ऋण वसूली की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि समय पर पूर्ण ऋण चुकाने वाले कृषकों और सदस्यों को सम्मानित किया जाये।