इंदौर। शहर में हिंदू समाज के सबसे बड़े पर्व के रुप में नवरात्रि को मनाया जाता है। इसके लिए जहां शहर में माताजी की घटस्थापना नौ दिनों के लिए की जाती है जबकि नौ दिनों तक शहर में बड़े स्तर पर गरबों का आयोजन भी किया जाता है। 7 अक्टूबर से नवरात्र उत्सव की शुरुआत होने जा रही लेकिन प्रशासन ने इस बार गरबों के आयोजन के साथ-साथ रावण दहन समेत अन्य को लेकर अभी तक गाईडलाइन जारी नहीं की है। रावण दहन का आयोजन करने वाले लोग इस बार चिंता में हैं क्योंकि उन्होने रावण बनाने की तैयारियां करीब दो माह पहले से शुरू कर दी किंतू कितना बड़ा रावण जलाएंगे इसको लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हैं। इसके साथ ही गरबा कराने वाले संगठन भी प्रशासन की चुप्पी को लेकर चिंतित है।
पिछले साल कोरोना काल के चलते शहर में ना गणेशोत्सव में किसी प्रकार की छूट दी थी ना ही गरबों को लेकर कोई छूट मिली थी। इस बार भी संक्रमण का भय बताकर गणेशोत्सव में सिर्फ शतों के साथ गणेशोत्सव मनाने की छूट प्रशासन ने दी थी जिसके बाद से ही नवरात्र को लेकर तैयारियों का दौर शुरु हो गया था। इस बार भी 6 अक्टूबर को अमावस्या के बाद से ही नवरात्र शुरु हो जाएगा जिसकी तैयारियां की जा रही है। हालाकि घटस्थापना के लिए कितना बड़ा पांडाल लगाया जाए तथा मूर्तियों की स्थापना कितनी बड़ी हो इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। पहले शहर में कई बड़े पांडालों के साथ-साथ गलियों में छोटे स्तर पर गरबों का आयोजन किया जाता था लेकिन पिछले साल से संक्रमण के कारण इस पर रोक लगाई गई है। प्रशासन की ओर से अभी कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है कि गरबे होंगे भी या नहीं।
एक माह पहले से बनने लगते हैं रावण के पुतले
शहर के बड़े मैदानों पर दशहरे के दिन जलने वाले रावण के पुतलों की तैयारियां एक माह पहले से ही कर दी जाती है। जो संगठन रावण दहन करते हैं उन्होने पुतलों को अंतिम रुप दे रखा है सिर्फ साज सज्जा करना बाकी है किंतू प्रशासन के द्वारा अभी भी अनुमति नहीं दी गई है ना ये स्थिति स्पष्ट की है कि कितनी ऊंचाई वाले रावण का दहन विजयादशमी के दिन किया जाए। बड़े त्योहारों को लेकर करीब एक माह पहले से ही स्थिति स्पष्ट की जाती है किंतू संक्रमण के बावजूद प्रशासन अनुमति देने में काफी समय लगा रहा है जिससे लोगों को पर्वों को लेकर चिंता बनने लगी है।
गरबा प्रेक्टिस की शिकायतें, होगी कार्रवाई-एडीएम
एडीएम पवन जैन द्वारा बताया गया है कि वर्तमान में राज्य शासन द्वारा गरबा आयोजन के विषय पर कोई गाइड लाइन जारी नहीं की गयी है और इस संबंध में जिला प्रशासन द्वारा भी कोई दिशा-निर्देश नहीं दिये गये है। ऐसी स्थिति में कुछ स्थानों पर अनाधिकृत और नियम विरुद्ध रूप से गरबे की प्रैक्टिस अथवा डांस के रूप में तैयारियां शुरू की जाने की सूचना प्रशासन को प्राप्त हुई है। जिसको दृष्टिगत रखते हुये सभी थाना प्रभारियों को नियम उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई के निर्देश दिये गये है। एडीएम जैन द्वारा शहर के सभी गणमान्य नागरिकों एवं गरबा संचालकों से अपील की गई है कि शासन द्वारा गरबा आयोजन के विषय में आगामी आदेश जारी किए जाने तक एवं जिला प्रशासन द्वारा विधिवत अनुमति प्राप्त ना होने पर जिले में गरबा महोत्सव आयोजित नहीं किये जा सकेंगे।
इंदौर
प्रशासन ने जारी नहीं की रावण दहन व नवरात्रि की गाइडलाइन
- 05 Oct 2021