इंदौर। हीरानगर में रहने वाले प्लम्बर की रविवार देर रात संदिग्ध परिस्थितयों में मौत हो गई। परिवार ने आरोप लगाया कि अस्पताल ले जाने के बाद उन्हें पांच घंटे उपचार नहीं मिला। इस वजह से भाई की जान चली गई। इधर, डॉक्टरों ने जहर से मौत की बात लिखी है। हीरानगर पुलिस अब उसका पोस्टमार्टम कराएगी। ताकि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके।
पुलिस के मुताबिक विशाल (30) पुत्र स्व. हंसराज कदम निवासी गौरी नगर को उसकी बहन काजल रविवार शाम करीब 7 बजे एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची। रात करीब 1 बजे विशाल की यहां मौत हो गई। बहन काजल ने आरोप लगाया कि भाई को इमरजेंसी वार्ड में लाए तो यहां मेडिसिन विभाग की डॉक्टर ने यह कहते हुए देखने से इंकार कर दिया कि और भी मरीज हैं, पहले उनका उपचार किया जाएगा। अस्पताल लाने के दो घंटे बाद करीब 9 बजे एक डॉक्टर ने चेकअप किया और चले गए। रात करीब 11.30 बजे रूम में शिफ्ट कर उपचार शुरू किया। डेढ़ घंटे बाद रात करीब 1 बजे भाई की मौत हो गई।
पेट दर्द था, समय पर नहीं मिला उपचार
मृतक की बहन काजल ने बताया कि भाई को पेट दर्द हुआ था। पहले वह नजदीक के अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने एमवाय अस्पताल भेज दिया। एमवाय अस्पताल में समय पर उपचार नहीं मिला। यहां समय पर उपचार मिल जाता तो भाई की जान बच जाती। इधर, डॉक्टरों ने प्राथमिक सूचना में शरीर में जहर होने की बात कही है। इस मामले में हीरानगर पुलिस को सूचना दी गई है। बहन काजल ने बताया कि विशाल ने सुबह से कुछ नहीं खाया था। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। विशाल प्लम्बर का काम करता था। उसके परिवार में तीन बहनें और एक भाई है। पिता की कई सालों पहले गंभीर बीमार के चलते मौत हो चुकी है।
इंदौर
प्लंबर की संदिग्ध मौत, परिजन ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
- 17 Jul 2023