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पुलिस-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, वाटर कैनन चलाया

  • 18 Oct 2024

बीना में एमएलए निर्मला सप्रे के दफ्तर में पार्टी का झंडा लगाने निकले थे
बीना, (एजेंसी)। बीना से विधायक निर्मला सप्रे के खिलाफ कांग्रेस के नेता सड़क पर उतरे और उनके घर और कार्यालय पर कांग्रेस का झंडा लगाने पर अड़ गए। इसके बाद पुलिस के साथ उनकी झूमाझटकी हुई। पुलिस ने उन्हें वाटर कैनन से खदेड़ दिया।
कांग्रेस का आरोप है कि जब विधायक भाजपा में शामिल हो चुकी हैं, तो इस्तीफा क्यों नहीं दे रहीं। दरअसल, इस मामले ने विधायक के एक जवाब के बाद तूल पकड़ा है। 10 अक्टूबर को विधानसभा को भेजे गए जवाब में विधायक ने ये कहा है कि वो भाजपा में नहीं, बल्कि कांग्रेस में हैं।
बैरिकेडिंग हटाई, पुलिस से झड़प
गुरुवार दोपहर बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ता सर्वोदय चौराहे पर जमा हुए। इसके बाद हाथ में पार्टी का झंडा लिए विधायक के घर और कार्यालय की ओर बढ़े। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंच गई। अंबेडकर तिराहे पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी, ताकि कोई विधायक के आवास और कार्यालय की ओर न जा सके। कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने बैरिकेडिंग हटा दी और आगे बढ़ने लगे। इसके बाद पुलिस के साथ उनकी झूमाझटकी हुई। यहां पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करके कांग्रेस कार्यकतार्ओं को पीछे धकेलने की कोशिश की। हालात को देखते हुए आगासौद, खिमलासा, भानगढ़, खुरई शहरी, खुरई देहात सहित सागर जिले से पुलिस बल भी मंगाया गया।
जब कांग्रेस छोड़ी नहीं तो झंडे से क्या ऐतराज
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि विधायक निर्मला सप्रे ने 10 अक्टूबर को विधानसभा को जवाब दिया है कि उन्होंने भाजपा की सदस्यता नहीं ली है और न ही कांग्रेस छोड़ी है। जब उन्होंने कांग्रेस छोड़ी ही नहीं तो उन्हें कांग्रेस के झंडे से क्या आपत्ति हो सकती है। इसके बाद हम झंडा लगाने के लिए जा रहे हैं, लेकिन पुलिस हमें रोक रही है। पुलिस क्यों रोक रही है, ये भी समझ नहीं आ रहा। जब विधायक हमारी ही पार्टी में हैं तो ये हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है। इसमें पुलिस का क्या काम? हम कोई हिंसा या उपद्रव भी नहीं कर रहे हैं। हम शांतिपूर्ण ढंग से विधायक से आग्रह करने जा रहे हैं कि आप पार्टी का झंडा लगा लीजिए।
बीना ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि जिन कांग्रेसियों ने निर्मला सप्रे को सदन तक पहुंचाया, कड़ी मेहनत कर विधायक बनाया था। आज उन्हीं कांग्रेसियों पर विधायक ने वाटर कैनन चलवाई और पुलिस से लाठी चार्ज करवाया। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारा उद्देश्य केवल यह जानना था कि बीना विधायक यह स्पष्ट करें कि वह कांग्रेस की सदस्य हैं या भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं।
एमएलए सप्रे ने किया था कांग्रेस छोड़ने से इनकार
बीना विधायक निर्मला सप्रे के इस्तीफे पर असमंजस के बीच उन्होंने कांग्रेस छोड़ने से इनकार किया है। दलबदल कानून के तहत सदस्यता निरस्त करने संबंधी जवाब से इसका खुलासा हुआ। निर्मला ने 10 अक्टूबर को विधानसभा को भेजे जवाब में कहा कि उन्होंने ऐसा कोई सबूत नहीं पेश किया है, जिससे साबित हो कि उन्होंने दल बदला।
सीएम के सामने ली थी भाजपा की सदस्यता
इसी साल 5 मई को विधायक सप्रे को सीएम डॉ. मोहन यादव ने भाजपा का दुपट्?टा गले में डालकर भाजपा की सदस्यता दिलाई थी। इसके बाद से कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उनसे इस्तीफे की मांग कर रहे थे लेकिन अब विधायक ने ये कहकर इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है कि वो भाजपा की सदस्य नहीं हैं। हाल ही में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी.शर्मा ने भी कहा है कि सप्रे ने भाजपा की आधिकारिक सदस्यता नहीं ली है।