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गुना

पुलिस की पहल का सकारात्मक परिणाम, कुख्यात पारदी समाज में बदलाव की बयार; अपराध छोड़ रहे, युवा,  लड़कियां कर रहीं सेना की तैयारी

  • 10 Jan 2022

गुना।  आपराधिक छवि के लिए बदनाम पारदी समुदाय की नई पीढ़ी में बदलाव की कहानियां निकल कर आई हैं। समाज के लोग अब इस कलंक को धोना चाहते हैं। धरनावदा थाना क्षेत्र के 5 गांवों के ज्यादातर पारदी अब अपराध की दुनिया से निकलकर समाज की मुख्य धारा में जुड़ रहे हैं। अपराधी आत्मसमर्पण कर रहे हैं और युवक-युवती शहरों में अध्ययनरत हैं। कुछ युवा वाट्सएप, अमेजन जैसी नामी कंपनियों में नौकरी भी कर रहे हैं।
गुना एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने पारदी समुदाय के लिए 'आ अब लौट चलेंÓ पहल शुरू की है। इसके लिए गांवों में कैंप लगाए। लोगों को प्रेरित किया। नतीजा यह कि 11 इनामी पारदियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इसमें सबरी पारदी, बाबल्या, पर्वत सिंह, चांदनी, नीतू, सरस्वती बाई, सुगनबाई, सांकेलाल, टिरोनाबाई, जीवा, भैय्यम निवासी कनेरा शामिल हैं। सिसौदिया कॉलोनी में हुई लाखों की चोरी के मामले में 7 आरोपी खुद ही हाजिर हो गए। माल भी जब्त करा दिया।
पुलिस ने कई युवाओं को दिलवाई जॉब
पुलिस के प्रयास से अरुण पारदी, शिवम पारदी, सितारा पारदी, जुगनी पारदी, संजाना पारदी, सिंदबाज पारदी, प्रमोद पारदी, सिमरन आदि युवाओं को वाट्सएप, अमेजन और सीसीई जैसे नामी कंपनियों में नौकरी मिली है।
तीन लड़कियां खिलाड़ी
धरनावदा के चंदनखिरिया निवासी अनुरा पारदी के 11 बच्चे हैं। इनमें 6 उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। एक बेटी प्रियंका बीए में अध्ययनरत हैं। वह ग्वालियर में आयोजित जीवाजी विवि की इंटर कॉलेज स्पद्र्धा में 21 किमी दौड़ में विजेता भी रही है। दो बेटियां प्रीति और अंजलि कबड्?डी खिलाड़ी हैं। प्रियंका सेना की तैयारी में जुटी है। पुलिस विभाग पूरी मदद कर रहा है। प्रियंका का एक भाई हत्या सहित कई आरोप में जेल में हैं।
पारदी समाज को जागरूक किया है। यही वजह है कि वे अपराध छोड़ रहे हैं। समाज की युवतियां देश की सेवा में जाना चाहती हैं, हम उन्हें तैयारी करवा रहे हैं। -राजीव कुमार मिश्रा, एसपी