इंदौर। प्रति बुधवार लगने वाली पुलिस पंचायत में परायों के साथ अपनों के सताए बुजुर्गों की समस्याएं नोडल आफिस एडिशनल डीसीपी जोन -4 प्रशांत चौबे चुटकी में हल कर देते हैं। आज बुधवार को पंचायत में आए 14 में से नौ मामलों में मौके पर ही काउसिलिंग कर पीडि़तों को राहत दी।
पंचायत में पहुंचे 80 वर्षीय सेवानिवृत्त प्राचार्य ने रुआंसे होकर बताया कि मेरे ही घर में मुझे बंदियों की तरह दिन गुजारने पड़ रहे हैं। पत्नी और बहू हवालातनुमा कमरे में रखते हैं। पोती के सहारे दिन गुजार रहा हूं। अब मुझसे और सहन नहीं होता। अधिकारियों ने तत्काल वृद्ध की पत्नी और बहू को बुलाकर समझाया तो दोनों ने गलती स्वीकार ली और आगे से ठीक व्यवहार का भरोसा दिया। एडिशनल डीसीपी के मुताबिक, सेवानिवृत्त प्राचार्य पलासिया क्षेत्र में रहते हैं। उन्होंने बताया कि पत्नी और बहू दोनों ही काफी प्रताडि़त करती हैं। उन्हें जिस कमरे में रखा गया उसमें कोई सुविधाएं भी नहीं हैं। पत्नी भी बहू की मदद करती है। भला हो पोती का जो मेरी देखभाल करती है। काउंसलर सुनीता शर्मा ने पत्नी व बहू को समझाया तो उन्होंने भूल स्वीकार ली।
नंदानगर निवासी 68 वर्षीय एक अन्य वृद्ध भी पत्नी व बहू के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचे। वे बीएसएनएल से सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वृद्धावस्था में मिली पेंशन से खरीदे प्लाट की रजिस्ट्री बेटे ने रख ली है। एटीएम व रुपये पत्नी और बहू ने रख लिए। पुलिस ने सभी को बुलाकर फटकार लगाई तो वृद्ध की मदद के लिए राजी हो गए।
शादी के रुपये ले गया दोस्त
काउंसलर सुनीता शर्मा के मुताबिक, एक 70 वर्षीय वृद्ध ने दोस्त पर दो लाख रुपयों की हेराफेरी का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि बेटी की शादी के लिए पाई-पाई जोड़कर रखे दो लाख रुपये दोस्त को उधार दिए थे। शादी नजदीक आ रही है लेकिन दोस्त रुपये नहीं लौटा रहा। पुलिस ने दोनों पक्षों की आमने-सामने बात करवाई तो दोस्त मार्च में रुपये देने के लिए तैयार हो गया।
इंदौर
पुलिस पंचायत में पहुंचे बुजुर्गों ने सुनाई समस्या ... हवालात जैसे कमरे में बंद रखती है बहू और पत्नी
- 03 Mar 2022