Highlights

इंदौर

पुलिस पंचायत में समस्या बताते बुजुर्गों कीआंखों से निकले आंसू, पंचायत ने तत्काल किया समस्याओं का निराकरण, खुशी-खुशी लौटे अपने घर

  • 23 Sep 2021

इंदौर। सिनीयर सिटीजन के लिए शुरू की गई पुलिस पंचायत में अनेक मामलों में हाथोहाथ ही निराकरण किया जा रहा है। बुधवार को भी कुछ बुजुर्ग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे तो उनकी आंखों से आंसू आ गए। पंचायत ने उनकी समस्या को सुना और तत्काल ही निराकरण भी कर दिया।
बेटे ने घर से निकाल दिया
एएसपी प्रशांत चौबे के अनुसार पंचायत में 70 वर्षीय सीनियर सिटीजन ने बताया कि उनके पति पुलिस विभाग में कार्यरत थे। उन्हें रिटायर हुए करीब 10 साल हो चुके हैं। थोड़े समय तक तो ठीक रहा लेकिन जब उनके बेटे की शादी हुई उसके बाद घर में विवाद शुरू हो गए करीब 3 माह पूर्व उनके बेटे ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया। कुछ समय वे अपनी बेटी के पास रही। जब पुुलिस पंचायत के बारे में पता चला तो यहां गुहार लगाई। अधिकारियों ने तत्काल बहू-बेटे को तलब कर बुलाया और उन्हें परामर्श दिया गया कि वे अपनी मां को घर से बाहर नहीं निकाल सकते हैं। इस पर बहू-बेटों ने मां से माफी मांगी और कहा कि वह आइंदा से ऐसी गलती नहीं करेंगे दोनों पक्षों में समझौता हुआ है।
बेटों ने ही कर लिया जमीन-मकान पर कब्जा
इसी प्रकार 80 वर्षीय सीनियर सिटीजन द्वारा दोनों बेटों द्वारा परेशान करने की शिकायत की। उन्होंने कहा कि दोनों बेटों को मकान भी बना कर भी दिया है तथा जमीन भी उनके नाम कर दी है जो जमीन वह मकान उनके नाम थी उन पर भी बेटों ने कब्जा कर लिया तथा उन्हें घर से बाहर निकाल दिया। दोनों बेटों को पंचायत में बुलाया गया और समझाया गया है कि जो संपत्ति उनके पिता के नाम एवं उन्हें वापस करना पड़ेगी तथा माता-पिता की भरण-पोषण की जिम्मेदारी भी उनकी है। इस पर दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
बेटा-बहू कह रहे वसीयत लिख दो
वहीं 65 वर्षीय सीनियर सिटीजन द्वारा शिकायत की गई कि उनका बेटा उन्हें बहुत परेशान करता है और कहता है कि वसीयत लिख दो जिसमें पूरी संपत्ति का मालिक मुझे बना दो। ऐसा नहीं करने पर उन्हें घर से बाहर निकाल दिया। जब वह अपने रिश्तेदार के यहां पर रहने लगे तो बेटे ने वीडियो बनाकर आत्महत्या करने की धमकी देना शुरू कर दी। परेशान वृद्ध ने थाने पर आवेदन पत्र दिया कि मैं अपने बेटे के पास नहीं हूं। वहीं इस घटना से वे इतने डर  गए कि उन्हें अटैक भी आ गया। तब भी बेटे ने उन्हें प्रताडि़त करना बंद नहीं किया। गुहार सुन पंचायत में बेटे-बहू को बुलाया गया और समझाइश देते हुए वृद्ध के कानूनी अधिकार भी बताए। इसपर बेटे बहू मान गए, उन्होंने कहा कि वह अब अपने माता-पिता के साथ इस प्रकार का व्यवहार नहीं करेंगे पुलिस पंचायत ने उन्हें 15 दिन का समय दिया है कि  अपने माता-पिता के साथ अच्छा व्यवहार करें नहीं तो उनके विरुद्ध  कार्रवाई की जाएगी