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बाबा पंडित

पौष पूर्णिमा 6 जनवरी : क्या है गंगा स्नान का महत्व

  • 05 Jan 2023

वैदिक पंचांग के अनुसार पौष मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को पौष पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा सुनना बेहद शुभ माना जाता है। पौष पूर्णिमा के दिन चंद्रमा और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का भी विशेष महत्व है। हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु गंगा में स्नान करने के लिए जाते हैं।
वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल पौष मास की आखिरी पूर्णिमा तिथि 6 जनवरी, शुक्रवार को पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन यदि कोई व्यक्ति गंगा में स्नान करता है तो उसे जीवन-मरण के चक्र से हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाती है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। गंगा में स्नान करने से मनुष्य के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। हर साल हजारों श्रद्धालु वाराणसी व प्रयागराज में गंगा में डुबकी लगाने जाते हैं। कहा जाता है कि गंगा जैसी पवित्र नदी में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
शुभ मुहूर्त: पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 6 जनवरी सुबह 02:14 मिनट से हो रहा है जो 7 जनवरी सुबह 04:37 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। इस दिन 3 बेहद शुभ योग भी बन रहे हैं।
ब्रह्म योग: 05 जनवरी सुबह 07:34 मिनट से लेकर 06 जनवरी सुबह 08:11 मिनट तक।
इंद्र योग: 06 जनवरी सुबह 08:11 मिनट से लेकर 07 जनवरी सुबह 08:55 मिनट तक। 
सर्वार्थ सिद्धि योग: 7 जनवरी रात्रि 12:14 मिनट से लेकर सुबह 06:38 मिनट तक।
साभार लाइव हिन्दुस्तान