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इंदौर

पत्नी को जलाकर मार डाला, तारपीन लाकर लगा दी थी आग

  • 01 Jan 2024

इंदौर। परदेशीपुरा में पिछले मंगलवार को दीपा मेहरा ओर उसके पति संतोष मेहरा को जली अवस्था में एमवाय रिश्तेदार लेलकर पहुंचे। दोनो में पहले आपसी विवाद की बात सामने आई। वारदात को लेकर पता चला कि पति ने ही पत्नी की हत्या करने की नीयत से उसे जलाया है। अगले दिन अलसुबह पत्नी ने दम तोड़ दिया। इस मामले में पुलिस ने जांच की। वही मौके पर जाकर पड़ोसियो के साथ परिवार के बयान भी लिये। जिसमें पति पर पुलिस ने रविवार को हत्या का केस दर्ज कर लिया।
टीआई पंकज द्विवेदी के मुताबिक दीपा मेहरा की मौत के मामले में पुलिस ने चश्मदीद शंकलाल महादेव कुन्हारे,अशीष गोमे,गुड्?डी बाइक ओर शुभम कुन्हारे के बयान लिये। जिसमें जांच के बाद पाया कि दीपा के पति संतोष मेहरा ने ही उसे तारपीन डालकर जलाया। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद संतोष पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
दरअसल मंगलवार की रात में दीपा ओर संतोष को गंभीर हालत में एमवाय लेकर आया गया। जिसमें दीपा करीब 70 प्रतिशत के लगभग जल हुई मिली। वही पति के दोनो हाथ जले हुए थे। रात में थाने से पुलिसकर्मी बयान लेने पहुंचा। लेकिन दोनो की हालत ठीक नही होने से बयान नही हो पाए। इधर एक टीम दीपा ओर संतोष के घर पहुंची तो वहां ज्वलनशील पदार्थ जमीन पर फैला हुआ मिला। शुरूआत में आसपास के लोगो ने दंपति में दोपहर से ही विवाद की जानकारी दी।
मौत के बाद बिफरे पड़ोसी ओर परिजन
दीपा की एक दिन बाद गुरूवार सुबह मौत हो गई। दीपा की बुआ के लडक़े प्रवीण ने आरोप लगाया कि बंद कमरे में पति ने दीपा पर तारपीन डालकर आग लगा दी। दीपा जलती हुई बाहर निकली तो संतोष उसे पकडक़र फिर अंदर खींच लिया। घटना के समय दीपा के बच्चे अपने बड़े पिता के घर पर थे। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची ओर जांच की। जिसमें पड़ोसियों के भी यही बयान सामने आए।
ठेकेदार ने कबूला तारपीन लेकर गया
पुलिस ने इस मामले में ठेकेदार के बयान लिये। जिसमें पता चला कि मंगलवार को संतोष तारपीन चुराकर ले गया। वह काम से जल्दी भी निकल गया। दोपहर चार बजे से ही उनके घर में झगड़े की आवाजे आ रही थी। रात में जब बच्चे घर नही थे तो संतोष ने तारपीन अपनी पत्नी दीपा पर डाला ओर आग लगा दी। वह बाहर की तरफ आई। तो उसे खीचकर अंदर ले गया।
यह भी लगे आरोप
दीपा के बुआ के बेटे प्रवीण से मिली जानकारी में पता चला कि उसका मायका राजस्थान के रामगंज का है। मां की 2008 में मौत हो गई। इसके बाद मामा परिवार उसे उज्जैन के प्रकाश नगर लेकर आ गया। दीपा ओर संतोष की 13 साल पहले शादी हुई। दोनो की एक बेटा ओर बेटी है। आए दिन संतोष काम नही चलने की बात कर घर बैठ जाता। इस पर मामा के परिवार से रूपये की मदद मिलती रहती। कुछ दिन से संतोष 5 लाख रूपये की मांग दीपा के मायके परिवार से कर रहा था। उसका कहना था कि वह इससे दुकान डालेगा। लेकिन दीपा के परिवार ने भी आर्थिक स्थिती ठीक नही होने के चलते इस बात से इंकार कर दिया।