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खंडवा

पत्नी को मायकेवाले ले गए तो दुपट्टे से लगाई फांसी, बहन ने पैर के नीचे कंधा लगाकर बचाई भाई की जान, आईसीयू में भर्ती

  • 19 Jun 2024

खंडवा। लव मैरिज के बाद पत्नी को मायकेवाले ले गए तो युवक ने उसके दुपट्टे का फंदा बनाकर जान देने की कोशिश की। बहन ने पैर के नीचे कंधा लगाकर युवक की जान बचाई। मां के साथ अस्पताल लेकर पहुंची। गले की नस चोक होने से वह कोमा में चला गया। दो दिन से आईसीयू में भर्ती है। युवक की मां मायकेवालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने थानों के चक्कर लगा रही है। युवक खंडवा का रहने वाला है जबकि युवती रतलाम की। 7 मई को दोनों ने खंडवा शहर के माता चौकी स्थित एक मंदिर में सात फेरे लिए थे। कोर्ट मैरिज भी की थी। मायकेवालों की शिकायत पर दंपति को रतलाम पुलिस ने बयान के लिए थाने बुलाया। यहां उन्हें एक-दूसरे से जुदा होना पड़ा।
रेस्टोरेंट में मिले, चैटिंग से गहराया प्यार
खंडवा निवासी श्याम धारे (20) सालभर पहले रतलाम में किसी रेस्टोरेंट पर काम करता था। वहीं पढ़ाई करने वाली एक युवती रेस्टोरेंट में आती थी। दोनों आपस में बात करने लगे। चैटिंग करते-करते प्यार हो गया। श्याम खंडवा लौट आया। यहां दूध डेयरी पर काम करने लगा लेकिन युवती से बातचीत होती रही। मई में वो रतलाम गया और युवती को लेकर खंडवा आ गया। यहां दोनों ने मंदिर और कोर्ट में शादी कर ली।
मां बोली- पुलिस ने धमकाकर थाने से भगा दिया
श्याम की मां लता धारे ने बताया, ह्यशादी के बाद बहू एक महीने तक हमारे साथ रही। 11 जून को खंडवा के मोघट रोड थाने से सूचना मिली कि रतलाम की माणक चौक थाना पुलिस ने बयान के लिए बुलाया है। एक बार बहू को वहां लेकर जाना पड़ेगा। इस पर मैं, बहू, बेटा और उसका दोस्त 12 जून को रतलाम गए। वहां पुलिस ने बहू के बयान लिए। बहू ने कहा कि उसने राजी-खुशी से श्याम के साथ शादी की है। अब उसी के साथ रहेगी। बहू के मायके वालों ने हाथ-पैर जोडऩा शुरू कर दिए। वे रोने लगे। मां और पिता ने बेहोश होने की नौटंकी की। बहू के सामने इमोशन क्रिएट किए। कहा- तुम घर चलो वरना तुम्हारे पति को मार डालेंगे। पुलिस ने बेटे और उसके दोस्त को धमकाया कि वापस चले जाओ। हमें थाने से भगा दिया। वे लोग बहू को अपने साथ ले गए।
मां ने की शिकायत, टीआई बोले-कार्रवाई संभव नहीं
श्याम की मां ने मोघट रोड थाने में शिकायत की है। कहा है कि बहू के घरवालों ने बेटे को डराया-धमकाया। इसी वजह से उसने आत्महत्या करने की कोशिश की। उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
टीआई संजय पाठक का कहना है कि इस केस में कोई कार्रवाई होना असंभव है। लडक़ी के परिवार वालों ने युवक को आत्महत्या के लिए प्रेरित नहीं किया। वो लडक़ी के दूर होने का गम सहन नहीं कर पाया और उसने ऐसा कदम उठा लिया।
रतलाम पुलिस बोली-धमकाने का आरोप निराधार
रतलाम के माणक चौक थाने के टीआई रणजीत सिंगार का कहना है कि युवती ने पति की बजाय परिवार वालों के साथ रहने की बात कही थी। हमारे पास बयान की वीडियोग्राफी भी है। डराने, धमकाने या दबाव बनाने जैसे आरोप निराधार हैं।