इंदौर। एक व्यक्ति ने खुदकुशी का प्रयास करते हुए फांसी लगा ली। समय रहते पत्नी ने उसे देख लिया और पैर पकड़कर शोर मचा दिया, जिससे उसकी जान बच गई। बताया जाता है कि खुदकुशी का प्रयास करने वाला पुजारी है। संविदनगर में हनुमान मंदिर में पूजा को लेकर साले और बहनोई में विवाद चल रहा है, जिसमेंमारपीट भी हुई थी। मामला पुलिस तक पहुंचा, लेकिन अभी तक कड़ी कार्रवाई नहीं हुई।
कनाडिय़ा रोड स्थित संकटमोचन हनुमान मंदिर में पुजारियों में कुछ समय से विवाद चल रहा है। महंत देवकीनंदन दास का परिवार वर्षों से यहां पूजापाठ करता आ रहा है। देवकीनंदन ने 15 साल पहले दामाद अवध दुबे को मंदिर का पुजारी नियुक्त किया था। तीन साल पहले महंत की मौत हो गई, जिसके बाद बेटे ब्रजमोहन और दामाद अवध के बीच विवाद शुरू हो गए। कुछ दिनों पहले ब्रमजोहन ौर उसके बेटे तेजस ने अवध को मंदिर से निकाल दिया था। इस पर अवध ने पुलिस को शिकायत की थी। आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, इसके चलते बुधवार शाम अवध ने अपने निवास पर फांसी लगा ली। इसी बीच पत्नी उसे खाने के लिए बुलाने पहुंच गई। पति को फंदे पर लटकते देख महिला ने अवध के पैर पकड़कर उठाया और शोर मचा दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और अवध को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया। जहां हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि अवध ने सुसाइट नोट भी लिखा था, जिसमें ब्रजमोहन और तेजस पर आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया गया था। तिलकनगर पुलिस मामला जांच में लेते हुए अवध के बयान लेने के प्रयास में है।
इंदौर
पति ने किया खुदकुशी का प्रयास, पत्नी ने बचाया, मंदिर में पूजा को लेकर चल रहा साले से विवाद
- 16 Jul 2021